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Tuesday 12 July 2016

बुग्ज़ व किना

*किने का इलाज*
हिस्सा-10
*بِسْــــمِ اللّٰهِ الرَّحْمٰنِ الرَّحِىْمِ*
*الصــلوة والسلام‎ عليك‎ ‎يارسول‎ الله ﷺ*

*_मुसलमानो से अल्लाह की रिज़ा के लिये महब्बत कीजिये_*
     महब्बत किने की ज़िद (यानी उलट) है लिहाज़ा अगर हम रिज़ाए इलाही के लिये अपने मुसलमान भाई से महब्बत रखे तो किने को दिल में आने की जगह नही मिलेगी और हमे दीगर फवाइद व फ़ज़ाइल भी हासिल होंगे।

     फरमाने मुस्तफाﷺ है : जो कोई अपने मुसलमान भाई की तरफ महब्बत भरी नज़र से देखे और उस के दिल या सीने में अदावत न हो तो निगाह लौटने से पहले दोनों के पिछले गुनाह बख्श दिये जाएंगे।
*✍🏽शोएबुल ईमान 5/270*
*✍🏽बुग्ज़ व किना 48*
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