Pages

Monday 19 September 2016

क़ब्र में आनेवाला दोस्त

*क़ब्र को रौनक बख्शने और इसे आराम देह बनाने वाले आमाल* #06
*بِسْــــــمِ اللّٰهِ الرَّحْمٰنِ الرَّحِىْمِ*
*اَلصَّــلٰوةُ وَالسَّلَامُ عَلَيْكَ يَا رَسُوْلَ اللّٰه ﷺ*

*_लोगो को तकलीफ न पहोचाने का इनआम_*
     हज़रते अबू काहिल से मरवी है के जो लोगो को तकलीफ पहोचाने से बाज़ रहा, अल्लाह उसे क़ब्र की तकलीफ से बचाएगा।
*✍🏽अलमजम अलकबीर, 17/361*

     किसी मुसलमान की बिला वजहे शरई दिल आजारी कबीरा गुनाह, हराम और जहन्नम में लेजाने वाले काम है।
     हुज़ूर का फरमान है : जिसने बिला वजहे शरई किसी मुसलमान को इज़ा दी उसने मुझे इज़ा दी और जिसने मुझे इज़ा दी उसने अल्लाह को इज़ा दी।
*✍🏽अलमआजम अलवुसत, 2/386*
*✍🏽क़ब्र में आनेवाला दोस्त*
___________________________________
📮Posted by:-
*​DEEN-E-NABI ﷺ*
💻JOIN WHATSAPP
📲+91 955 802 9197
📧facebook.com/deenenabi
📧Deen-e-nabi.blogspot.in

No comments:

Post a Comment