Pages

Wednesday 14 December 2016

*फैज़ाने सिद्दीके अकबर* #08
*بِسْــــــمِ اللّٰهِ الرَّحْمٰنِ الرَّحِىْمِ*
*اَلصَّــلٰوةُ وَالسَّلَامُ عَلَيْكَ يَا رَسُوْلَ اللّٰه ﷺ*

*_सादिक़, सिद्दीक़, सिद्दीकीय्यत और सिद्दीके अकबर_*
*सादिक़ किसे कहते है ?*
     सादिक़ का लुग्वि माना है 'सच्चा'। और सादिक़ उस शख्स को कहते है जो बात जैसी हो वेसे ही ज़बान से बयान कर दे।

*_सिद्दीके अकबर सादिक़ व हकीम है_*
     शैख़ अकबर हज़रते मुहिय्युद्दीन इब्ने अरबी फरमाते है : "अगर हुज़ूर उस मौतिन में तशरीफ़ न रखते हो और हज़रते सिद्दीके अकबर हाज़िर हो तो हुज़ूरे अक़दस के मक़ाम पर सिद्दीक़ क़याम करेंगे की वो सिद्दीक़ से आला कोई नही जो इन्हें इस से रोके। वो उस वक़्त के सादिक़ व हकीम है, और जो उन के सिवा है सब उन के ज़ेरे हुक्म।

*_सिद्दीक़ किसे कहते है ?_*
     1) सिद्दीक़ उसे कहते है जो ज़बान से कहि हुई बात को दिल और अपने अमल से मुअक्कद कर दे। हज़रते अबू बक्र सिद्दीक़ को सिद्दीक़ इसी लिये कहते है की आप फ़क़त ज़बान के नही बल्कि क्लबो अमल के भी सिद्दीक़ थे।
     2) सिद्दीक़ उसे भी कहते है जो तस्दीक़ करने में मुबालगा करे, जब उस के सामने कोई चीज़ बयान की जाए तो अव्वलन ही उसकी तस्दीक़ कर दे, हज़रते अबू बक्र सिद्दीक़ भी ऐसे ही थे की अव्वलन ही सरकार की हर बात की तस्दीक़ कर दिया करते थे।

*_सिद्दीकीय्यत किसे कहते है?_*
     आला हज़रत अलैरहमा फरमाते है : सिद्दीकीय्यत एक मर्तबाए तल्वे नबुव्वत है की इस के और नबुव्वत के बिच में कोई मर्तबा नही मगर एक मक़ामे अदक़ व अख़फ़ी की नसीबए हज़रते सिद्दीके अकबर अकरम व अतकि है तो अजनास व अनवाअ व अस्नाफ फ़ज़ाइल व कमालात व बुलंदिये दरजात में खसाइस व मलज़ुमाते नबुव्वत के सिवा सिद्दीक़ीन हर अतिय्या बहिय्या के लाइक़ वाहिल है अगर्चे बाहम इन में तफावूत व तफ़ाज़िल कसीर व वाफिर हो।
*✍🏽फतावा रज़विय्या, 15/678*

*_सिद्दीके अकबर किसे कहते है ?_*
     आप ने हर मुआमले में सदाक़त का अमली मुजाहरा फ़रमाया हत्ता की वाक़ीअए मेराज और आस्मानि खबरों वगैरा जेसे मुआमलात की जिन को उस वक़्त किसी की अक़्ल ने तस्लीम नही किया उन में भी आप ने फौरन तस्दीक़ फ़रमाई। सरकार की तमाम मुआमलात में जेसी तस्दीक़ आप ने की वैसी किसी ने न की इस लिये आप को *सिद्दीके अकबर* कहा जाता है।
     चुनांचे आला हज़रत अलैरहमा फरमाते है : अबू बक्र सिद्दीक़ सिद्दीके अकबर है और अलिय्युल मुर्तज़ा सिद्दीके असगर, सिद्दीके अकबर का मक़ाम आला सिद्दीकीय्यत से बुलन्दो बाला है।
*✍🏽फैज़ाने सिद्दीके अकबर, 31*
___________________________________
📮Posted by:-
*​DEEN-E-NABI ﷺ*
💻JOIN WHATSAPP
📲+91 95580 29197
📧facebook.com/deenenabi
📧Deen-e-nabi.blogspot.in

No comments:

Post a Comment