*99 अस्माए हुस्ना और इन के फ़ज़ाइल* #90
*بِسْــــــمِ اللّٰهِ الرَّحْمٰنِ الرَّحِىْمِ*
*اَلصَّــلٰوةُ وَالسَّلَامُ عَلَيْكَ يَا رَسُوْلَ اللّٰه ﷺ*
हर विर्द के अव्वल व आखिर एक बार दुरुद शरीफ पढ़ लीजिये, फाएदा ज़ाहिर न होने की सूरत में शिकवा करने के बजाए अपनी कोताहियो की शामत तसव्वुर कीजिये और अल्लाह की मस्लहत पर नज़र रखिये।
*يٙا ضٙآرُّ*
जिसे कोई मनसब मिले और वो उस पर क़ाइम रहना चाहे तो वो हर शबे जुमुआ और अय्यामे बिज़ (यानि हर इस्लामी माह की 13, 14, 15 तारीख) में 100 बार पढ़े।
*✍🏽मदनी पंजसुरह, 258*
*___________________________________*
मिट जाए गुनाहो का तसव्वुर ही दुन्या से,
गर होजाये यक़ीन के.....
*अल्लाह सबसे बड़ा है, अल्लाह देख रहा है...*
*___________________________________*
*DEEN-E-NABI ﷺ*
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हर विर्द के अव्वल व आखिर एक बार दुरुद शरीफ पढ़ लीजिये, फाएदा ज़ाहिर न होने की सूरत में शिकवा करने के बजाए अपनी कोताहियो की शामत तसव्वुर कीजिये और अल्लाह की मस्लहत पर नज़र रखिये।
*يٙا ضٙآرُّ*
जिसे कोई मनसब मिले और वो उस पर क़ाइम रहना चाहे तो वो हर शबे जुमुआ और अय्यामे बिज़ (यानि हर इस्लामी माह की 13, 14, 15 तारीख) में 100 बार पढ़े।
*✍🏽मदनी पंजसुरह, 258*
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मिट जाए गुनाहो का तसव्वुर ही दुन्या से,
गर होजाये यक़ीन के.....
*अल्लाह सबसे बड़ा है, अल्लाह देख रहा है...*
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