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Thursday 25 May 2017

*अहकामे रोज़ा* #08
*بِسْــــــمِ اللّٰهِ الرَّحْمٰنِ الرَّحِىْمِ*
*اَلصَّــلٰوةُ وَالسَّلَامُ عَلَيْكَ يَا رَسُوْلَ اللّٰه ﷺ*

*_सोना भी इबादत है_*
     हज़रते अब्दुल्लाह बिन अबी ऑफ رضي الله تعالي عنه से रिवायत है, मदीने के ताजदार ﷺ का फरमान है : रोज़ादार का सोना इबादत और उस की खामोशी तस्बीह करना और उसकी दुआ क़बूल और उसका अमल मक़बूल होता है।
*✍🏼शोएबुल ईमान,3/415 हदीस 3938*

     सुब्हान अल्लाह रोज़ादार किस क़दर बख्तवर है कि उसका सोना बन्दगी, ख़ामोशी तस्बिहे खुदावन्दि दुआए और आमाल हसना मक़्बुले बारगाहे इलाही है।

*_आज़ा का तस्बीह करना_*
     उम्मुल मोअमिनीन हज़रते आइशा सिद्दीक़ा रदिअल्लाहु अन्हा फरमाती है : मेरे सरताज ﷺ का फरमान है : जो बन्दा रोज़े की हालत में सुबह करता है, उसके लिये आसमान के दरवाज़े खोल दिये जाते है और उसके आज़ा तस्बीह करते है और अस्माने दुन्या पर रहने वाले फ़रिश्ते उसके लिये सूरज डूबने तक मग्फिरत की दुआ करते रहते है। अगर वो एक या दो रकअते पढता है तो ये आस्मानो में उसके लिये नूर बन जाती है और हुरे ऐन में से उसकी बिविया कहती है : ऐ अल्लाह तू इस को हमारे पास भेज दे, हम इस के दीदार की बहुत ज़्यादा मुश्ताक़ है और अगर वो लाइलाहा इल्लल्ला या सुब्हान अल्लाह या अल्हम्दु लिल्लाह पढ़ता है तो 70000 फ़रिश्ते उसका षवाब सूरज डूबने तक लिखते रहते है।

     मीठे मीठे इस्लामी भाइयो ! दुन्या में तो रोज़ादारो पर रहमते इलाही की छमा छम बारिश होंगी ही, आख़िरत में भी इनको अज़ीमुश्शान मक़ामो मर्तबा हासिल होगा।

*📮षवाब की निय्यत से शेर करे*
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मिट जाये गुनाहो का तसव्वुर ही दुन्या से,
गर होजाए यक़ीन के.....
*अल्लाह सबसे बड़ा है, अल्लाह देख रहा है...*
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*​DEEN-E-NABI ﷺ*
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