*बरोज़े क़यामत नेकी खुशखबरिया सुनाएगी*
بِسْــــــمِ اللّٰهِ الرَّحْمٰنِ الرَّحِىْمِ
اَلصَّــلٰوةُ وَالسَّلَامُ عَلَيْكَ يَا رَسُوْلَ اللّٰه ﷺ
क़यामत के दिन नेकियां करने वाले शादा व फरहा जब की बुराइयों के आदी हैरान व परेशान होंगे, रसूले अकरम صلى الله عليه وسلم ने इर्शाद फ़रमाया : बरोज़े क़यामत नेकी और बदी को लोगो के सामने खड़ा किया जाएगा। नेकी अपने करने वालो को बिशारते देगी और उन से भलाई का वादा करेगी जब की बुराई कहेगी : मुझ से दूर हो जाओ, मगर वो इस की ताक़त नही रखेगे बल्कि बुराई के साथ चिमटेंगे।
*गुनाहो ने मेरी करम तोड़ डाली*
*मेरा हशर में होगा क्या या इलाही*
*इबादत में गुज़रे मेरी ज़िंदगानी*
*करम हो करम या खुदा या इलाही*
*_शेर दहाड़ते वक़्त क्या कहता है ?_*
हज़रते अबू हुरैरा से रिवायत है की हुज़ूर صلى الله عليه وسلم ने इर्शाद फ़रमाया : तुम्हे मालुम है शेर दहाड़ते वक़्त क्या कहता है ? सहाबए किराम ने अर्ज़ की, अल्लाह और उस का रसूल बेहतर जानते है। इर्शाद फ़रमाया : शेर कहता है, ऐ अल्लाह मुझे किसी नेक शख्स पर मुसल्लत न फरमाना।
*✍🏼आसान नेकियां, 3*
*___________________________________*
मिट जाये गुनाहो का तसव्वुर ही दुन्या से,
गर होजाए यक़ीन के.....
*अल्लाह सबसे बड़ा है, अल्लाह देख रहा है...*
*___________________________________*
*DEEN-E-NABI ﷺ*
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क़यामत के दिन नेकियां करने वाले शादा व फरहा जब की बुराइयों के आदी हैरान व परेशान होंगे, रसूले अकरम صلى الله عليه وسلم ने इर्शाद फ़रमाया : बरोज़े क़यामत नेकी और बदी को लोगो के सामने खड़ा किया जाएगा। नेकी अपने करने वालो को बिशारते देगी और उन से भलाई का वादा करेगी जब की बुराई कहेगी : मुझ से दूर हो जाओ, मगर वो इस की ताक़त नही रखेगे बल्कि बुराई के साथ चिमटेंगे।
*गुनाहो ने मेरी करम तोड़ डाली*
*मेरा हशर में होगा क्या या इलाही*
*इबादत में गुज़रे मेरी ज़िंदगानी*
*करम हो करम या खुदा या इलाही*
*_शेर दहाड़ते वक़्त क्या कहता है ?_*
हज़रते अबू हुरैरा से रिवायत है की हुज़ूर صلى الله عليه وسلم ने इर्शाद फ़रमाया : तुम्हे मालुम है शेर दहाड़ते वक़्त क्या कहता है ? सहाबए किराम ने अर्ज़ की, अल्लाह और उस का रसूल बेहतर जानते है। इर्शाद फ़रमाया : शेर कहता है, ऐ अल्लाह मुझे किसी नेक शख्स पर मुसल्लत न फरमाना।
*✍🏼आसान नेकियां, 3*
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मिट जाये गुनाहो का तसव्वुर ही दुन्या से,
गर होजाए यक़ीन के.....
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