Pages

Tuesday 10 October 2017

*गुनाहे कबीरा नंबर 17*
بِسْــــــمِ اللّٰهِ الرَّحْمٰنِ الرَّحِىْمِ
اَلصَّــلٰوةُ وَالسَّلَامُ عَلَيْكَ يَا رَسُوْلَ اللّٰه ﷺ

*_लिवातत_*
     अल्लाह ने क़ुरआन में कई मक़ामात पर हज़रते लूत عليه السلام की क़ौम का किस्सा हमारे लिये बयान फ़रमाया है कि अल्लाह ने उन्हें उन के नापाक फेल के सबब हलाक फरमा दिया। मुसलमानों और दीगर तमाम मिल्ल्तो का इस पर इत्तिफ़ाक़ है की मर्दों के साथ बद फेली करना बहुत बुरा फेल है। अल्लाह इर्शाद फ़रमाता है :
_क्या मख्लूक़ में मर्दों से बद फेली करते हो और छोड़ते हो वो जो तुम्हारे लिये तुम्हारे रब ने जो रुए (बीवियां) बनाई बल्कि तुम लोग हद से बढ़ने वाले हो।_
*✍🏼الشعراء ١٦٥، ١٦٦*
     लिवातत ज़िना से कही ज़्यादा बढ़ कर बे हयाई और बुराई का काम है।

*_लिवातत की मज़म्मत में फरमाने मुस्तफा_*
     बद फेली करने और करवाने वाले दोनों को क़त्ल कर दो।
*ابوداود*
     जो क़ौम लूत का सा अमल करे उस पर अल्लाह की लानत है।
*✍🏼ترمذى*
   
*_लिवातत की सज़ा_*
     हज़रते इब्ने अब्बास رضي الله عنه फ़रमाते है : लिवातत की सज़ा ये है कि ऐसे शख्स को शहर की सब से बुलन्द इमारत से गिरा कर फिर उस पर पथ्थर बरसाए जाए।
*✍🏼مصنف إبن أبي شيبة*
     औरतो का आपस में शर्मगाहे मिलाना उन का बाहमी ज़िना है।

     इमाम शाफ़ेई عليه رحما का मज़हब ये है कि ज़िना और लिवातत दोनों की हद यकसाँ है। उम्मते मुस्लिमा का इस पर इज्माअ है कि जो शख्स अपने गुलाम के साथ ये फेले बद करे वो लूती और सख्त गुनाहगार है।
*✍🏼76 कबीरा गुनाह* 80

●•●┄─┅━━━━━★✰★━━━━━┅─●•●
मिट जाऐ गुनाहो का तसव्वुर ही दुन्या से,
गर होजाए यक़ीन के.....
*अल्लाह सबसे बड़ा है, अल्लाह देख रहा है...*
●•●┄─┅━━━━━★✰★━━━━━┅─●•●
*​DEEN-E-NABI ﷺ*
📲JOIN WHATSAPP
📱+91 95580 29197
📧facebook.com/deenenabi
📧Deen-e-nabi.blogspot.in
📧https://www.youtube.com/channel/UCuJJA1HaLBLMHS6Ia7GayiA

No comments:

Post a Comment