*गुनाहे कबीरा नंबर 22*
بِسْــــــمِ اللّٰهِ الرَّحْمٰنِ الرَّحِىْمِ
اَلصَّــلٰوةُ وَالسَّلَامُ عَلَيْكَ يَا رَسُوْلَ اللّٰه ﷺ
*_डाका डालना_*
अल्लाह इर्शाद फ़रमाता है :
_वो की अल्लाह और उस के रसूल से लड़ते और मुल्क में फसाद करते फिरते है उन का बदला येही है कि गिन गिन कर क़त्ल किये जाएं या सूली दिये जाएं या उन के एक तरफ के हाथ और दूसरी तरफ के पाऊं काटे जाएं या ज़मीन से दूर कर दिये जाएं ये दुन्या में उन की रुसवाई है और आख़िरत में उन के लिये बड़ा अज़ाब।_
*✍🏼الماىٔدة ٣٣*
जब मुसाफिरों को फ़क़त ख़ौफ़ज़दा करने वाला भी शरीअत की नज़र में कबीरा गुनाह का मूर्तक़िब है तो जब वो लोगों का माल भी छीन ले तो कैसा सख्त मुआमला होगा ! और अगर वो लोगों को ज़ख़्मी कर दे या क़त्ल कर दे तो कैसा संगीन मुआमला होगा ! और वो मुतअद्दिद गुनाहों का मूर्तक़िब क़रार पाएगा। इस फेल के करने के साथ साथ उन लोगों का नमाज़ों को छोड़ देने और डाके के माल को शराब नोशी और ज़िनाकारी में खर्च करने वगैरा का आदी होने का गुनाह मज़ीद बरआं है।
*✍🏼76 कबीरा गुनाह* 95
●•●┄─┅━━━━━★✰★━━━━━┅─●•●
मिट जाऐ गुनाहो का तसव्वुर ही दुन्या से,
गर होजाए यक़ीन के.....
*अल्लाह सबसे बड़ा है, अल्लाह देख रहा है...*
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*DEEN-E-NABI ﷺ*
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*✍🏼الماىٔدة ٣٣*
जब मुसाफिरों को फ़क़त ख़ौफ़ज़दा करने वाला भी शरीअत की नज़र में कबीरा गुनाह का मूर्तक़िब है तो जब वो लोगों का माल भी छीन ले तो कैसा सख्त मुआमला होगा ! और अगर वो लोगों को ज़ख़्मी कर दे या क़त्ल कर दे तो कैसा संगीन मुआमला होगा ! और वो मुतअद्दिद गुनाहों का मूर्तक़िब क़रार पाएगा। इस फेल के करने के साथ साथ उन लोगों का नमाज़ों को छोड़ देने और डाके के माल को शराब नोशी और ज़िनाकारी में खर्च करने वगैरा का आदी होने का गुनाह मज़ीद बरआं है।
*✍🏼76 कबीरा गुनाह* 95
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मिट जाऐ गुनाहो का तसव्वुर ही दुन्या से,
गर होजाए यक़ीन के.....
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