*गुनाहे कबीरा नंबर 51*
بِسْــــــمِ اللّٰهِ الرَّحْمٰنِ الرَّحِىْمِ
اَلصَّــلٰوةُ وَالسَّلَامُ عَلَيْكَ يَا رَسُوْلَ اللّٰه ﷺ
*_ऑलियाउल्लाह को अज़िय्यत देना और उन से अदावत रखना_*
अल्लाह इर्शाद फ़रमाता है : बेशक जो इज़ा देते है अल्लाह और उस के रसूल को उन पर अल्लाह की लानत है दुन्या और आख़िरत में।
*✍🏼الاحزاب ٥٧*
हुज़ूर صلى الله عليه وسلم फ़रमाते है : अल्लाह इर्शाद फ़रमाता है जिस ने मेरे किसी वली से दुश्मनी की में उसे ऐलाने जंग देता हूँ।
एक रिवायत के अलफ़ाज़ ये है : बिलाशुबा उस ने मेरे साथ जंग करने का एलान कर दिया।
*✍🏼بخارى*
फरमाने मुस्तफा صلى الله عليه وسلم : ऐ अबू बक्र ! अगर तुम ने उन्हें (फुकराए मुहाजिरिन को) नाराज़ कर दिया तो बिलाशुबा तुम ने अपने रब को नाराज़ कर दिया।
*✍🏼مسلم*
*✍🏼76 कबीरा गुनाह* 170
●•●┄─┅━━━━━★✰★━━━━━┅─●•●
मिट जाऐ गुनाहो का तसव्वुर ही दुन्या से,
गर होजाए यक़ीन के.....
*अल्लाह सबसे बड़ा है, अल्लाह देख रहा है...*
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*DEEN-E-NABI ﷺ*
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अल्लाह इर्शाद फ़रमाता है : बेशक जो इज़ा देते है अल्लाह और उस के रसूल को उन पर अल्लाह की लानत है दुन्या और आख़िरत में।
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हुज़ूर صلى الله عليه وسلم फ़रमाते है : अल्लाह इर्शाद फ़रमाता है जिस ने मेरे किसी वली से दुश्मनी की में उसे ऐलाने जंग देता हूँ।
एक रिवायत के अलफ़ाज़ ये है : बिलाशुबा उस ने मेरे साथ जंग करने का एलान कर दिया।
*✍🏼بخارى*
फरमाने मुस्तफा صلى الله عليه وسلم : ऐ अबू बक्र ! अगर तुम ने उन्हें (फुकराए मुहाजिरिन को) नाराज़ कर दिया तो बिलाशुबा तुम ने अपने रब को नाराज़ कर दिया।
*✍🏼مسلم*
*✍🏼76 कबीरा गुनाह* 170
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मिट जाऐ गुनाहो का तसव्वुर ही दुन्या से,
गर होजाए यक़ीन के.....
*अल्लाह सबसे बड़ा है, अल्लाह देख रहा है...*
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