Pages

Tuesday 26 December 2017

*नमाज़ की अहमिय्यत* #22
بِسْــــــمِ اللّٰهِ الرَّحْمٰنِ الرَّحِىْمِ
اَلصَّــلٰوةُ وَالسَّلَامُ عَلَيْكَ يَا رَسُوْلَ اللّٰه ﷺ
*_नमाज़ छोड़ने का वबाल अहादिष की रौशनी में_* #02
हज़रत अब्दुल्लाह बिन शक़ीक़ फ़रमाते है : रसूले पाक ﷺ के सहाबा आमाल में से किसी अमल के छोड़ देने को कुफ़्र नहीं शुमार करते थे सिवाए नमाज़ के।
*✍🏼तिर्मिज़ी शरीफ*
     यानी सहाबा नमाज़ न पढ़ने को कुफ़्र शुमार करते थे (अल्लाह की पनाह !)
 
     हुज़ूरे अक़दस ﷺ ने फ़रमाया : जिसने नमाज़ की हिफाज़त नहीं की तो न क़यामत के दीन उसके लिये रौशनी होगी और न ही हुज्जत बल्कि वो क़ारून, फ़िरऔन, हामान और उबय बिन खल्फ़ (दुश्मनाने इस्लाम) के साथ होगा।
*✍🏼मुसन्दे अहमद बिन हम्बल*
     इन सारे बदबख्तो का ठिकाना जहन्नम है और बे-नमाज़ी का इनके साथ होने का मतलब ये है कि वो भी जहन्नम में इनके साथ अज़ाब में गिरफ्तार होगा।
*✍🏼नमाज़ की अहमियत* 20
●•●┄─┅━━━━━★✰★━━━━━┅─●•●
मिट जाऐ गुनाहो का तसव्वुर ही दुन्या से,
गर होजाए यक़ीन के.....
*अल्लाह सबसे बड़ा है, अल्लाह देख रहा है...*
●•●┄─┅━━━━━★✰★━━━━━┅─●•●
*​DEEN-E-NABI ﷺ*
📲JOIN WHATSAPP
📱+91 9723 654 786
📧facebook.com/deenenabi
📧Deen-e-nabi.blogspot.in
📧https://www.youtube.com/channel/UCuJJA1HaLBLMHS6Ia7GayiA

No comments:

Post a Comment