*गुनाहे कबीरा नंबर 69*
بِسْــــــمِ اللّٰهِ الرَّحْمٰنِ الرَّحِىْمِ
اَلصَّــلٰوةُ وَالسَّلَامُ عَلَيْكَ يَا رَسُوْلَ اللّٰه ﷺ
*_रहमते खुदावन्दी से ना उम्मीद होना_*
अल्लाह इर्शाद फ़रमाता है : बेशक अल्लाह की रहमत से ना उम्मीद नहीं होते मगर काफ़िर लोग।
*✍🏼يوسف:٨٧*
और वही है कि मींह उतारता है उन के ना उम्मीद होने पर।
*✍🏼الشورى:٢٨*
तुम फ़रमाओ ऐ मेरे वो बन्दों जिन्हों ने अपनी जानों पर ज़्यादती की अल्लाह की रहमत से ना उम्मीद न हो।
*✍🏼الزمر:٥٣*
*_मरते वक़्त अल्लाह से अच्छी उम्मीद हो_*
हुज़ूर ﷺ ने इर्शाद फ़रमाया : तुम में से कोई न मरे मगर इस तरह कि अल्लाह से अच्छी उम्मीद रखता हो।
*✍🏼مسلم*
*✍🏼76 कबीरा गुनाह* 202
●•●┄─┅━━━━━★✰★━━━━━┅─●•●
मिट जाऐ गुनाहो का तसव्वुर ही दुन्या से,
गर होजाए यक़ीन के.....
*अल्लाह सबसे बड़ा है, अल्लाह देख रहा है...*
●•●┄─┅━━━━━★✰★━━━━━┅─●•●
*DEEN-E-NABI ﷺ*
📲JOIN WHATSAPP
📱+91 95580 29197
📧facebook.com/deenenabi
📧Deen-e-nabi.blogspot.in
📧https://www.youtube.com/channel/UCuJJA1HaLBLMHS6Ia7GayiA
بِسْــــــمِ اللّٰهِ الرَّحْمٰنِ الرَّحِىْمِ
اَلصَّــلٰوةُ وَالسَّلَامُ عَلَيْكَ يَا رَسُوْلَ اللّٰه ﷺ
*_रहमते खुदावन्दी से ना उम्मीद होना_*
अल्लाह इर्शाद फ़रमाता है : बेशक अल्लाह की रहमत से ना उम्मीद नहीं होते मगर काफ़िर लोग।
*✍🏼يوسف:٨٧*
और वही है कि मींह उतारता है उन के ना उम्मीद होने पर।
*✍🏼الشورى:٢٨*
तुम फ़रमाओ ऐ मेरे वो बन्दों जिन्हों ने अपनी जानों पर ज़्यादती की अल्लाह की रहमत से ना उम्मीद न हो।
*✍🏼الزمر:٥٣*
*_मरते वक़्त अल्लाह से अच्छी उम्मीद हो_*
हुज़ूर ﷺ ने इर्शाद फ़रमाया : तुम में से कोई न मरे मगर इस तरह कि अल्लाह से अच्छी उम्मीद रखता हो।
*✍🏼مسلم*
*✍🏼76 कबीरा गुनाह* 202
●•●┄─┅━━━━━★✰★━━━━━┅─●•●
मिट जाऐ गुनाहो का तसव्वुर ही दुन्या से,
गर होजाए यक़ीन के.....
*अल्लाह सबसे बड़ा है, अल्लाह देख रहा है...*
●•●┄─┅━━━━━★✰★━━━━━┅─●•●
*DEEN-E-NABI ﷺ*
📲JOIN WHATSAPP
📱+91 95580 29197
📧facebook.com/deenenabi
📧Deen-e-nabi.blogspot.in
📧https://www.youtube.com/channel/UCuJJA1HaLBLMHS6Ia7GayiA
No comments:
Post a Comment