Pages

Sunday 4 February 2018

ताज़िमे रसूल ﷺ और सहाबए किराम* #13

*ताज़िमे रसूल ﷺ और सहाबए किराम* #13
بِسْــــــمِ اللّٰهِ الرَّحْمٰنِ الرَّحِىْم
اَلصَّــلٰوةُ وَالسَّلَامُ عَلَيْكَ يَا رَسُوْلَ اللّٰه ﷺ

     यह था सहाबए किराम अलैहिमु र्रीज़्वान का अंदाजे ताज़िम व तौक़ीर का इजमाली ख़ाका जिसे रसूलुल्लाह ﷺ के एक बेगाने ने पेश किया था, खुद सहाबए किराम अलैहिमु र्रीज़्वान ने वाक़ेआत की दुन्या में ताज़िम व तौक़ीरे रसूल ﷺ की कैसी कैसी मिशाले पेश की है। उन्हें तो आप असल किताब में मुलाहज़ा करेंगे , यहां पर बस बाज़ मिशालों पर इक्तिफा किया जाएगा।
   (1) ग़ज़वए खैबर की वापसी में मक़ामे सहबा पर नबिय्ये करिम ﷺ ने नमाज़े असर पढ़ कर हज़रते अली कर्रमल्लाहू तआला वजहुलकरिम के ज़ानू पर सर मुबारक रख कर आराम फ़रमाया, हज़रते अली ने नमाज़े असर न पढ़ी थी, अपनी आंख से देख रहे थे कि वक्त जा रहा है मगर इस खयाल से कि ज़ानू  सरकाता हूं तो मबादा हुज़ूर ﷺ के ख़्वाब मुबारक में खलल आ जाए, ज़ानू न हटाया यहां तक कि आफ़्ताब ग़ुरूब हो गया।
      जब चश्मे मुबारक खुली तो हज़रते अली कर्रमल्लाहू तआला वजहुलकरिम ने अपनी नमाज़ का हाल अर्ज़ किया। हुज़ूर ﷺ ने दुआ फ़रमाई तो आफ़्ताब पलट आया, हज़रते अली कर्रमल्लाहू तआला वजहुलकरिम ने नमाज़े असर अदा की फिर सूरज डूब गया।
बाक़ी अगली पोस्ट में..ان شاء الله
*✍🏼सहाबएकिराम का इश्के रसूलﷺ* पेज 30
●•●┄─┅━━━━━★✰★━━━━━┅─●•●
मिट जाऐ गुनाहो का तसव्वुर ही दुन्या से,
गर होजाए यक़ीन के.....
*अल्लाह सबसे बड़ा है, अल्लाह देख रहा है...*
●•●┄─┅━━━━━★✰★━━━━━┅─●•●
*​DEEN-E-NABI ﷺ*
📲JOIN WHATSAPP
📱+91 9033503799
📧facebook.com/deenenabi
📧Deen-e-nabi.blogspot.in   
▶https://www.youtube.com/channel/UCuJJA1HaLBLMHS6Ia7GayiA

No comments:

Post a Comment