Pages

Wednesday 14 February 2018

वस्वसे शैतानी की काट*

*वस्वसे शैतानी की काट*
بِسْــــــمِ اللّٰهِ الرَّحْمٰنِ الرَّحِىْمِ
اَلصَّــلٰوةُ وَالسَّلَامُ عَلَيْكَ يَا رَسُوْلَ اللّٰه ﷺ
     हो सकता है किसी को शैतान ये वस्वसा डाले कि फूलां बे नमाज़ी, हराम कमाने वाला और सुन्नतों का तारीक, जो दिन रात अल्लाह और उसके प्यारे रसूल ﷺ की नाराज़ी वाले कामों में मश्गुल रहता है, मगर उस के रिज़्क़ में बे बरकती के बजाए, इज़ाफ़ा होता जा रहा है।
     मेरे प्यारे इस्लामी भइयों! ये शैतान का खतरनाक वार है! इस नज़रिय्ये से सोचेंगे तो फि ज़माना हर जगह दुन्यवी तरक़्क़ी में ब ज़ाहिर कुफ्फारे बद अतवार आगे आगे नज़र आते है।
     याद रखे! किसी की बद अक़ीदगी व बद आमालियों के बा वुजूद दुन्यवी नेमतों का हुसूल उस के लिये बाइसे फ़ज़ीलत नहीं, लिहाज़ा मुसमान को शैतानी वसवसों में पड़ने के बजाए अपने मसाइल क़ुरआनो हदिष की रौशनी में ही हल करने चाहिये।

*तवज्जोह फरमाएं*
     उन इस्लामी भाइयों के लिए जो आज तंगदस्ती का शिकार नहीं (दिन रात दुकानें चल रही है, लाखों का कारोबार है) मज़कूरा बाला अस्बाब उन के लिये भी बाइसे तशविश् है। अगर वो भी अपनी ज़ात में इन अस्बाब को पाते है तो उन्हें चाहिये कि बिला ताखीर इन से नजात की सूरत कर के अपनी रोज़ी के तहफ़्फ़ुज़ का सामान करें।
*तंगदस्ती के अस्बाब और उन का हल* 15

     उन इस्लामी भाइयों के लिए जो आज तंगदस्ती का शिकार नहीं (दिन रात दुकानें चल रही है, लाखों का कारोबार है) और वो दीन से दूर है कारोबार में मशरूफ हो के नमाज़े ज़ाए कर रहे है, उनको चाहिये नमाज़ों की पाबन्दी करे और जो क़ज़ा हुई है उसे जल्द से जल्द अदा करे। याद रहे! क़ज़ा का वबाल बहुत बड़ा है, इस तअल्लुक़ से हम हमारी पोस्ट में बता चुके है। पर यहाँ तो नमाज़े ज़ाए हो रही है। गौरो फ़िक्र की बात है।
●•●┄─┅━━━━━★✰★━━━━━┅─●•●
मिट जाऐ गुनाहो का तसव्वुर ही दुन्या से,
गर होजाए यक़ीन के.....
*अल्लाह सबसे बड़ा है, अल्लाह देख रहा है...*
●•●┄─┅━━━━━★✰★━━━━━┅─●•●
*​DEEN-E-NABI ﷺ*
📲JOIN WHATSAPP
📱+91 95580 29197
📧facebook.com/deenenabi
📧Deen-e-nabi.blogspot.in
📧https://www.youtube.com/channel/UCuJJA1HaLBLMHS6Ia7GayiA

No comments:

Post a Comment