अल्लाह عزوجل और उस का रसूल ﷺ बस: #14
بِسْــــــمِ اللّٰهِ الرَّحْمٰنِ الرَّحِىْم
اَلصَّــلٰوةُ وَالسَّلَامُ عَلَيْكَ يَا رَسُوْلَ اللّٰه ﷺ
हज़रते उमर रदिअल्लाहो तआला अन्हो फ़रमाते हैं कि एक मरतबा हुज़ूरे अक़दस ﷺ ने सदक़ा करने का हुक्म फ़रमाया। इत्तिफाकन उस ज़माने में मेरे पास कुछ माल मौजूद था। मैं ने कहा: आज इत्तिफाक से मेरे पास माल मौजूद हैं, अगर अबू बक्र रदिअल्लाहो तआला अन्हो से कभी बढ़ सकता हूं तो आज बढ़ जाऊंगा। येह सोच कर मैं खुशी खुशी घर गया और जो कुछ घर मे था उस मे से आधा ले आया।
हुज़ूर ﷺ ने फ़रमाया की घर वालों के लिये क्या छोड़ा , मैं ने अर्ज़ किया कि , छोड़ आया, हुज़ूर ﷺ ने फ़रमाया: आखिर क्या छोड़ा? मैं ने अर्ज़ किया कि आधा छोड़ आया।
*✍🏼सहाबएकिराम का इश्के रसूलﷺ* पेज 84
●•●┄─┅━━━━━★✰★━━━━━┅─●•●
मिट जाऐ गुनाहो का तसव्वुर ही दुन्या से,
गर होजाए यक़ीन के.....
*अल्लाह सबसे बड़ा है, अल्लाह देख रहा है...*
●•●┄─┅━━━━━★✰★━━━━━┅─●•●
*DEEN-E-NABI ﷺ*
📲JOIN WHATSAPP
📱+91 9033503799
📧facebook.com/deenenabi
📧Deen-e-nabi.blogspot.in
▶https://www.youtube.com/channel/UCuJJA1HaLBLMHS6Ia7GayiA
No comments:
Post a Comment