Pages

Thursday 24 May 2018

*पहला अशरा _रहमत_ का*
     रमज़ान के 1 से 10 रोज़े इस दुआ को कसरत से पढ़ा कीजिये।
بِسْــــــمِ اللّٰهِ الرَّحْمٰنِ الرَّحِىْمِ
اَلصَّــلٰوةُ وَالسَّلَامُ عَلَيْكَ يَا رَسُوْلَ اللّٰه ﷺ

يٙا حٙـيُّ يٙا قٙـيُّـوْمُ بِـرٙ حْـمٙـتِـكٙ اٙسْـتٙـغِـيْـثُ
या हय्यु या क़य्युमु बीर-हमतीक अस्तगीषु।

     *तर्जमा* : अय ज़िन्दगी अता फरमाने वाले.. अय हमेशा क़ायम रहने वाले.. तेरी रहमत से मेरी प्यास बुजा...
●•●┄─┅━━━━━★✰★━━━━━┅─●•●
मिट जाऐ गुनाहो का तसव्वुर ही दुन्या से,
गर होजाए यक़ीन के.....
*अल्लाह सबसे बड़ा है, अल्लाह देख रहा है...*
●•●┄─┅━━━━━★✰★━━━━━┅─●•●
*​DEEN-E-NABI ﷺ*
📲JOIN WHATSAPP
📱+91 95580 29197
📧facebook.com/deenenabi
📧Deen-e-nabi.blogspot.in
📧https://www.youtube.com/channel/UCuJJA1HaLBLMHS6Ia7GayiA

No comments:

Post a Comment