Pages

Wednesday 16 May 2018

*हज़रत हुजैफा रदिअल्लाहो तआला अन्हो की महब्बत और फिदाइय्यत:* # 34
بِسْــــــمِ اللّٰهِ الرَّحْمٰنِ الرَّحِىْم
اَلصَّــلٰوةُ وَالسَّلَامُ عَلَيْكَ يَا رَسُوْلَ اللّٰه ﷺ
     मैं वहा से वापस आया, जब आधे रास्ते पर था तो तकरीबन बीस सुवार मुझे इमामा बांधे हुवे मिले, उन्हों ने कहा कि अपने आका ﷺ  से कह देना कि अल्लाह ने दुश्मनों का इन्तिजाम कर दिया, बे फिक्र रहें। 
     मैं वापस पहुंचा तो हुज़ूर ﷺ एक छोटी सी चादर ओढ़े नमाज़ पढ़ रहे थे। येह हमेशा की आदते शरीफा  थी कि जब कोई घबराहट की बात पेश आती तो हुज़ूर ﷺ  नमाज़ की तरफ तवज्जोह फ़रमाते। नमाज़ से फरागत पर मैं ने वहां का जो मंजर अर्ज़ किया। जासूस का किस्सा सुन कर दन्दाने मुबारक चमकने लगे। हुजूर ﷺ ने मुझे अपने पाऊं मुबारक के करीब लिटा दिया और अपनी चादर का ज़रा सा हिस्सा मुझ पर डाल दिया। मैं ने अपने सीने को हुजूर ﷺ के तलवों से चिमटा लिया। 
बाक़ी अगली पोस्ट में..ان شاء الله
*✍🏼सहाबएकिराम का इश्के रसूलﷺ* पेज 105
●•●┄─┅━━━━━★✰★━━━━━┅─●•●
मिट जाऐ गुनाहो का तसव्वुर ही दुन्या से,
गर होजाए यक़ीन के.....
*अल्लाह सबसे बड़ा है, अल्लाह देख रहा है...*
●•●┄─┅━━━━━★✰★━━━━━┅─●•●
*​DEEN-E-NABI ﷺ*
📲JOIN WHATSAPP
📱+91 9033503799
📧facebook.com/deenenabi
📧Deen-e-nabi.blogspot.in   
▶https://www.youtube.com/channel/UCuJJA1HaLBLMHS6Ia7GayiA

No comments:

Post a Comment