بِسْــــــمِ اللّٰهِ الرَّحْمٰنِ الرَّحِىْمِ
اَلصَّــلٰوةُ وَالسَّلَامُ عَلَيْكَ يَا رَسُوْلَ اللّٰه ﷺ
एक बार कुछ लोगों ने जुमुआ के दिन आप ﷺ के मिम्बर के सामने शोरो ग़ुल करना शुरुअ किया, हज़रते उमर रदिअल्लाहो तआला अन्हो ने डांटा कि आप ﷺ के मिम्बर के सामने आवाज़ ऊंची न करो।
येह ताज़ीम येह अदब, येह इज़्ज़त, आप ﷺ की ज़िन्दगी के साथ ही मख़सूस न थी, आप ﷺ के विसाल के बा'द भी सहाबए किराम रदिअल्लाहो तआला अन्हुम आप ﷺ का इसी तरह अदबे करते थे, आप ﷺ के विसाल के बाद क़ब्र के मुताल्लिक इख़्तिलाफ़ हुवा कि लहद खोदी जाए या सन्दूक, इस पर लोगों ने शोरो ग़ुल शुरुअ कर दिया, हज़रते उमर रदिअल्लाहो तआला अन्हो ने फ़रमाया: आप ﷺ के सामने वफ़ात न हयात दोनों हालतों में शोरो शगब न करो।
बाक़ी अगली पोस्ट में..ان شاء الله
*✍🏼सहाबएकिराम का इश्के रसूलﷺ* पेज 178
●•●┄─┅━━━━━★✰★━━━━━┅─●•●
मिट जाऐ गुनाहो का तसव्वुर ही दुन्या से,
गर होजाए यक़ीन के.....
*अल्लाह सबसे बड़ा है, अल्लाह देख रहा है...*
●•●┄─┅━━━━━★✰★━━━━━┅─●•●
*DEEN-E-NABI ﷺ*
📲JOIN WHATSAPP
📱+91 9033503799
📧facebook.com/deenenabi
📧Deen-e-nabi.blogspot.in
▶https://www.youtube.com/channel/UCuJJA1HaLBLMHS6Ia7GayiA
No comments:
Post a Comment