Pages

Sunday 8 July 2018

*नमाज़ के लिये रसूलल्लाह ﷺ की वसीयत*


بِسْــــــمِ اللّٰهِ الرَّحْمٰنِ الرَّحِىْمِ
اَلصَّــلٰوةُ وَالسَّلَامُ عَلَيْكَ يَا رَسُوْلَ اللّٰه ﷺ
     हज़रत उबादा बिन सामित رضي الله عنه से मरवी है कि मुझे रसूलल्लाह ﷺ ने वसीयत फ़रमाई :
     (1) किसी को अल्लाह के साथ शरीक न ठहराओ चाहे तुम्हें टुकड़े टुकड़े कर दिया जाए या जला दिया जाए फांसी पर लटका दिया जाए।
     (2) जान बूझकर नमाज़ न छोडो क्योंकि जिसने जान बूझकर नमाज़ छोड़ दी वो दीन से निकल गया।
     (3) गुनाह और ना फ़रमानी न करो ये अल्लाह के क़हर की वजह है।
     (4) शराब न पियो क्योंकि ये गुनाहों का ढेर है।
*✍🏼मकाशफतुल कुलूब* 378
*✍🏼नमाज़ की अहमियत* 28
●•●┄─┅━━━━━★✰★━━━━━┅─●•●
मिट जाऐ गुनाहो का तसव्वुर ही दुन्या से,
गर होजाए यक़ीन के.....
*अल्लाह सबसे बड़ा है, अल्लाह देख रहा है...*
●•●┄─┅━━━━━★✰★━━━━━┅─●•●
*​DEEN-E-NABI ﷺ*
📲JOIN WHATSAPP
*(बहनो के लिये अलग ग्रुप)*
📱+91 95580 29197
📧facebook.com/deenenabi
📧Deen-e-nabi.blogspot.in
📧https://www.youtube.com/channel/UCuJJA1HaLBLMHS6Ia7GayiA

No comments:

Post a Comment