Pages

Wednesday 1 August 2018

*क़ुरबानी की फ़ज़ीलत व मसाइल* #01


بِسْــــــمِ اللّٰهِ الرَّحْمٰنِ الرَّحِىْمِ

اَلصَّــلٰوةُ وَالسَّلَامُ عَلَيْكَ يَا رَسُوْلَ اللّٰه ﷺ

     हज़रते अहमद बीन इस्हाक़अलैरहमा फरमाते है : मेरा भाई बा वुजुदे गुरबत रिज़ाए इलाही की निय्यत से हर साल बकरहइद में क़ुरबानी किया करता था। उस के इंतिक़ाल के बाद में ने एक ख्वाब देखा कि क़यामतबरपा हो गई है और लोग अपनी अपनी क़ब्रो से निकल आए है, यकायक मेरा मर्हुम भाई एक अब्लक़(यानी दो रंगे चितकुब्रे) घोड़े पर सुवार नज़र आया, उसके साथ और भी बहुत सारे घोड़े थे।

     मेने पूछा : ऐ मेरेभाई ! अल्लाह ने आल के साथ क्या मुआमला फ़रमाया ? कहने लगा : अल्लाह ने मुझे बख्श दिया।पूछा : किस अमल के सबब ? कहा : एक दिन किसी गरीब बुढ़िया को ब निय्यते षवाब में ने एकदिरहम दिया था वही काम आ गया। पूछा : ये घोड़े कैसे है ? बोला : ये सब मेरी *बक़रह ईदकी कुर्बानिया है* और जिस पर में सुवार हु ये मेरी सबसे पहली क़ुरबानी है। मेने पूछा: अब कहा का अज़्म है ? कहा : जन्नत का।

     ये कह कर मेरी नज़रसे ओझल हो गया। अल्लाह की उन पर रहमत हो ओर उनके सदके हमरी बे हिसाब मगफिर हो।

*✍🏽अब्लक़ घोडा 1*

●•●┄─┅━━━━━★✰★━━━━━┅─●•●

मिट जाऐ गुनाहो का तसव्वुर ही दुन्या से, 

गर होजाए यक़ीन के.....

*अल्लाह सबसे बड़ा है, अल्लाह देख रहा है...*

●•●┄─┅━━━━━★✰★━━━━━┅─●•●

*​DEEN-E-NABI ﷺ*

📲JOIN WHATSAPP

*(बहनो के लिये अलग ग्रुप)*

📱+91 95580 29197

📧facebook.com/deenenabi

📧Deen-e-nabi.blogspot.in

📧https://www.youtube.com/channel/UCuJJA1HaLBLMHS6Ia7GayiA

No comments:

Post a Comment