Pages

Sunday 19 August 2018

*तज़किरतुल अम्बिया* #225


بِسْــــــمِ اللّٰهِ الرَّحْمٰنِ الرَّحِىْمِ

اَلصَّــلٰوةُ وَالسَّلَامُ عَلَيْكَ يَا رَسُوْلَ اللّٰه ﷺ

*क़ौम ने सालेह عليه السلام को क्या जवाब दिया*

     बेशक हिज्र वालों ने रसूलों को झुठलाया।

     हिज्र एक वादी है मदीना और शाम के दरमियान जिसमे समुद की क़ौम के लोग रहते थे उन्होंने अपने पैगम्बर सालेह عليه السلام की तकज़िब की। 

     एक नबी की तकज़िब तमाम अम्बिया की तकज़िब है इसलिये की तमाम अम्बिया अल्लाह की वहदानियत पर ईमान लाने और उसी की इबादत करने की दावत देते है और हर नबी दूसरे अम्बियाए किराम पर ईमान लेन की दावत देते है इसलिये एक नबी की तकज़िब से दूसरे तमाम अम्बियाए किराम की तकज़िब लाज़िम आती है। यही वजह है कि रब ने फरमाया "हिज्र वालों ने रसूलों की तकज़िब की, हालांकि बज़ाहिर एक नबी यानी सालेह عليه السلام की वो तकज़िब कर रहे थे।

     कभी क़ौम ने कहा: ए सालेह इससे पहले तो तुम हम में होनहार मालूम होते थे क्या तुम हमे अपने बाप दादा के मआबूदों की पूजा करने से मना करते हो? बेशक जिस बात की तरफ तुम हमें बुलाते हो वो हमें धोके में डाल दे।

     क़ौम कहने लगी: हमने तो तुम्हें बड़ा अक़्लमंद बहुत बड़ा समझदार समझा हुआ था हमें तो तुम पर बड़ी उम्मीदें थी कि तुम हमारे दीन की इमदाद करोगे। हमारे मज़हब की तक़वीयत का सबब बनोगे हमारे तरीक़ा की ताईद करोगे।

     यानी किसी क़ौम में जब भी कोई शख्स इल्म व फ़ज़ल में आला मक़ाम हासिल करता है तो क़ौम उससे अपने मक़सद के मुताबिक़ उम्मीदें वाबस्ता कर लेती है, आपकी क़ौम ने भी यही समझा था कि हमारे बातिल दीन कीमदाद करेगे।

     इसी तरह आप عليه السلام गरीबों, फकीरों पर बड़े महेरबान थे ज़ईफ़ लोगों की इमदाद करते थे मरीजों की अयादत करते थे तो क़ौम ने कहा कि हमने तो आपके इन औसाफ़ को देखकर यह समझा था कि तुम हमारे अहबाब में से होंगे। हमारी इमदाद करोगे तुम ने यह अदावत और बुग्ज़ हमारे साथ कैसे शुरू कर लिया? हमे तो तुम पर बड़ा ताअज्जुब है कि तुम हमें अपने बाप दादा के मआबूदों की पूजा से रोक रहे हो। हमें तो अब तुम पर शक होने लगा है कि तुम हमें किसी बहुत बड़े धोके में मुब्तला करना चाहते हो।

*✍️तज़किरतुल अम्बिया* 184

●•●┄─┅━━━━━★✰★━━━━━┅─●•●

मिट जाऐ गुनाहो का तसव्वुर ही दुन्या से, 

गर होजाए यक़ीन के.....

*अल्लाह सबसे बड़ा है, अल्लाह देख रहा है...*

●•●┄─┅━━━━━★✰★━━━━━┅─●•●

*​DEEN-E-NABI ﷺ*

📲JOIN WHATSAPP

*(बहनों के लिये अलग ग्रुप)*

📱+91 95580 29197

📧facebook.com/deenenabi

📧Deen-e-nabi.blogspot.in

📧https://www.youtube.com/channel/UCuJJA1HaLBLMHS6Ia7GayiA

No comments:

Post a Comment