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Sunday 30 December 2018

तज़किरतुल अम्बिया* #352

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بِسْــــــمِ اللّٰهِ الرَّحْـمٰـنِ الرَّحِـيْـمِ

اَلصَّــلٰـوةُ وَالسَّــلَامُ عَــلَـيْـكَ يَا رَسُــوْلَ اللّٰه ﷺ

*नौ मुस्लिमों का फ़िरऔन को जवाब*

     फिरऔन की धमकी को उन्होंने दो टूक अल्फ़ाज़ में रदद् कर दिया और इसका उन पर कोई असर न हुआ उन्हें कामिल यक़ीन और मुक़म्मल बसीरत हासिल हो चुकी थी कि मूसा अलैहिस्सलाम सचे नबी हैं उन्होंने फिरऔन को कहा कि तुम्हारे फैसले का ताल्लुक दुनिया की जिन्दगी से है जो फ़ानी है और हमारा मतलूब उखरवी ज़िंदगी की सआदत हासिल करना है जो हमेशा के लिये बाकी है। और अक़्ल का तक़ाज़ा है कि इन फ़ानी नुक़सानात को बर्दाश्त कर लिया जाये जो बाकी रहने वाली सआदत तक पहुंचने का जरिया नहीं।

     उन्होंने फिरऔन की धमकियों का जवाब देते हुए कहा कि हम मरऊब होने वाले डरने वाले नहीं क्योंकि हम तो अपने रब की तरफ फिरने वाले यानी उन पर ईमान लाने वाले है। ए बे अक़्ल खुदाई के दावेदार तू किस चीज़ को बुरा समझ रहा है? हमारे पास अल्लाह की निशानियां आ गई, हम उनको देख कर ईमान लाये ब्ज़ यही चीज़ तुम्हे नापसन्द आइ।

     फिर उन्होंने रब से दुआ की की ए अल्लाह! अगरचे तूने हमें सीधी राह पर क़ायम कर दिया और फ़िरऔन की धमकियों के मुक़ाबिल सब्र अता कर दिया है। लेकिन यह नेअमत हमारे पास क़ायम उसी वक़्त रह सकती है जब तेरा फ़ज़्ल हमे शामिले हाल रहे।

     हज़रत इब्ने अब्बास से मरवी है कि फ़िरऔन ने अपनी धमकी पर अमल कर दिखाया वो जादूगर जिन्होंने ईमान क़बूल कर लिया था उनके हाथ पांव कटवा दिये और उन्हें शहीद करवा दिया गया।

*✍️तज़किरतुल अम्बिया* 296

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मिट जाऐ गुनाहो का तसव्वुर ही दुन्या से, 

गर होजाए यक़ीन के.....

*अल्लाह सबसे बड़ा है, अल्लाह देख रहा है...*

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