*
بِسْــــــمِ اللّٰهِ الرَّحْـمٰـنِ الرَّحِـيْـمِ
اَلصَّــلٰـوةُ وَالسَّــلَامُ عَــلَـيْـكَ يَا رَسُــوْلَ اللّٰه ﷺ
*फ़िरऔन और उसकी कौम कहत साली में मुब्तला* #01
अल्लाह तआला ने उन्हें तबाह व बर्बाद करने से पहले दुनिया में छोटे छोटे अज़ाब देकर सोचने समझने का मौका दिया कि यह कुफ्र व मअसियत से बाज़ आ जायें। फ़िरऔन ने अपने घर सौ बरस की उम्र में से तीन सौ बीस साल तो इस आराम के साथ गुजारे थे कि उनकी मुद्दत में कभी दर्द या बुखार या भूक में मुब्तला नहीं हुआ था। अब कहत साली की सख्ती उन पर इसलिये डाली गई के वह उस सख्ती ही से खुदा को याद करें और उसकी तरफ मुतवज्जेह हों लेकिन वह कुफ़ में इस कदर रासिख हो चुके थे कि इन तकलीफों से भी उनकी सरकशी बढ़ती रहीं।
जब उनको अरजानी फ़राखी खुशहाली और अमन व आफियत हासिल होती तो कहते कि यह तो हमारा हक है हम जब मुस्तहिक़ थे तो इसीलिये ही यह अमन व आफ़ियत की हालत हमें हासिल है। वह इसे अल्लाह तआला का फ़ज़्ल व करम न समझते और न ही शुक्र बजा लाते और जब उन्हें तंगहाली कहत साली और मसाइब व आलाम का सामना करना पड़ता तो कहते कि यह बलाएं तो मूसा अलैहिस्सलाम और उसके साथियों की वजह से पहुंचीं अगर यह न होते तो यह मुसीबतें भी न आती।
बाक़ी अगली पोस्ट में..أن شاء الله
*✍️तज़किरतुल अम्बिया* 306
●•●┄─┅━━━━━★✰★━━━━━┅─●•●
मिट जाऐ गुनाहो का तसव्वुर ही दुन्या से,
गर होजाए यक़ीन के.....
*अल्लाह सबसे बड़ा है, अल्लाह देख रहा है...*
●•●┄─┅━━━━━★✰★━━━━━┅─●•●
*DEEN-E-NABI ﷺ*
📲JOIN WHATSAPP
*(बहनों के लिये अलग ग्रुप)*
📱+91 9033 833 975
No comments:
Post a Comment