*क़ज़ा नमाज़ का तरीका*
*بِسْــــمِ اللّٰهِ الرَّحْمٰنِ الرَّحِىْمِ*
*الصــلوة والسلام عليك يارسول الله ﷺ*
*_मजबूरी में अदा का सवाब मिलेगा या नही ?_*
आँख न खुलने की वजह से नमाज़े फ़ज्र क़ज़ा हो जाने की सूरत में अदा का सवाब मिलेगा या नही ?
इस ज़िम्न में आला हज़रत अलैरहमा फरमाते है :
रहा अदा का सवाब मिलना ये अल्लाह के इख़्तियार में है। अगर वो जानेगा की इसने अपनी जानिब से कोई कोताही न की, सुबह तक जागने के क़स्द से बेठा था और बे इख़्तियार आँख लग गई तो ज़रूर उस पर गुनाह नही।
*✍🏽फतावा रज़विय्या 8/161*
नबी ﷺ फरमाते है :
नींद की सूरत में कोताही नही, कोताही उस शख्स की है जो जागते में नमाज़ न पढ़े हत्ता कि दूसरी नमाज़ का वक़्त आ जाए।
*✍🏽मुस्लिम 344*
*✍🏽नमाज़ के अहकाम 244*
___________________________________
📮Posted by:-
*DEEN-E-NABI ﷺ*
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इस ज़िम्न में आला हज़रत अलैरहमा फरमाते है :
रहा अदा का सवाब मिलना ये अल्लाह के इख़्तियार में है। अगर वो जानेगा की इसने अपनी जानिब से कोई कोताही न की, सुबह तक जागने के क़स्द से बेठा था और बे इख़्तियार आँख लग गई तो ज़रूर उस पर गुनाह नही।
*✍🏽फतावा रज़विय्या 8/161*
नबी ﷺ फरमाते है :
नींद की सूरत में कोताही नही, कोताही उस शख्स की है जो जागते में नमाज़ न पढ़े हत्ता कि दूसरी नमाज़ का वक़्त आ जाए।
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