Pages

Tuesday 7 June 2016

बुग्ज़ व किना

*दुआ कबूल नहीं होती*

हज़रते सय्यिदुना फ़क़ीह अबुल्लैष समार्कन्दी फरमाते है
3 अश्खास ऐसे है जिन की दुआ कुबूल नहीं की जाती
1⃣हराम खाने वाला
2⃣कशरत से गीबत करने वाला
3⃣जिसके दिल में अपने मुसलमान भाइयों का किना या हसद मौजूद ही।

मीठे मीठे इस्लामी भाइयों ! दुआ अपने रब्ब से हाजत तलब करने का बेहतरीन वसीला है, इसी के जरिए बन्दे अपने मन की मुरादे या खजानए आख़िरत पाते है। मगर किना पॉवर अपने किने के सबब दुआओ की कबुलियत से महरूम हो जाता है।
*#बुग्ज़ व किना-13*
〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰
📮Posted by:-
*DEEN-E-NABI ﷺ*
💻JOIN WHATSAPP
📲+91 9723 654 786
📧facebook.com/deenenabi
📧Deen-e-nabi.blogspot.in

No comments:

Post a Comment