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Sunday 10 July 2016

बुग्ज़ व किना

*किने का इलाज*
हिस्सा-08
*بِسْــــمِ اللّٰهِ الرَّحْمٰنِ الرَّحِىْمِ*
*الصــلوة والسلام‎ عليك‎ ‎يارسول‎ الله ﷺ*

*_सलाम व मुसफ्तहा की आदत बना लीजिये_*
मुसलमान से मुलाक़ात के वक़्त सलाम व मुसाफहा करने की बड़ी फ़ज़ीलत है नीज़ आपस में हाथ मिलाने से किना खत्म होता है और एक दूसरे को तोहफा देने से महब्बत बढ़ती और अदावत दूर होती ही।
नबी ने फ़रमाया : मुसाफहा किया करो किना दूर होगा और तोहफे दिया करो महब्बत बढ़ेगीऔर बुग्ज़ दूर होगा।
*✍🏽हुस्न अख़लाक़ 2/407*

हज़रते मुफ़्ती अहमद यार खान अलैरहमा इस हदिष के तहत फरमाते है : ये दोनों अमल बहुत तजरबा शुदा है जिससे मुसाफहा करते रो उससे दुश्मनी नही होती। अगर इत्तफाकन कभी हो भी जाए तो इसकी बरकत से ठहरती नही। यु ही दूसरे को हदिय्या देने से अदावते ख़त्म हो जाती है।
*✍🏽मीरआतुल मनाजिह 6/368*

*मदनी फूल*
मुसाफहा करते वक़्त सुन्नत ये है कि हाथ में रुमाल वगैरा न हो, दोनों हथेलिया खाली हो और हथेली से हथेली मिलनी चाहिये।
*✍🏽बहारे शरीअत 3/16/471*
*✍🏽बुग्ज़ व किना 46*
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