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Sunday 4 June 2017

*बरकाते ज़कात* #12
بِسْــــــمِ اللّٰهِ الرَّحْمٰنِ الرَّحِىْمِ
اَلصَّــلٰوةُ وَالسَّلَامُ عَلَيْكَ يَا رَسُوْلَ اللّٰه ﷺ

*_ज़कात देने के फवाइद_ #05

*_मज़बूत भाई चारा_*
     8वा फायदा ये है कि ज़कात मुसलमानो के दरमियान भाई चारा मज़बूत बनाने में निहायत अहम किरदार अदा करती है, जिस से इस्लामी मुआशरे में इजतिमाइय्यत को फरोग मिलता है और इमदादे बाहमी की बुन्याद पर मुसलमान अपने प्यारे आक़ा صلى الله عليه وسلم के इस फरमाने अज़ीम का मिसदाक़ बन जाते है की: मुसलमानो की आपस में दोस्ती और रहमत व शफ़क़त की मिसाल जिसम् की तरह है, जब जिस्म का कोई उज़्व बीमार होता है तो बुखार और बे ख्वाबी में सारा जिस्म उस का शरीक होता है।

*_माल पाक हो जाता है_*
     ज़कात देने वाले को 9वा फायदा ये हासिल होता है कि उसका माल पाक हो जाता है, जैसा कि हज़रते अनस बिन मालिक رضي الله عنه से मरवी है कि हुज़ूर ﷺ ने फ़रमाया : अपने माल की ज़कात निकाल कि वो पाक करने वाली है, तुझे पाक कर देगी।

बाक़ी कल की पोस्ट में..ان شاء الله
*✍🏼बरकाते ज़कात, स.11*

*तमाम मोमिनो के इसले षवाब के लिये*
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मिट जाये गुनाहो का तसव्वुर ही दुन्या से,
गर होजाए यक़ीन के.....
*अल्लाह सबसे बड़ा है, अल्लाह देख रहा है...*
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