Pages

Saturday 17 November 2018

*बद गुमानी* #13


بِسْــــــمِ اللّٰهِ الرَّحْـمٰـنِ الرَّحِـيْـمِ

اَلصَّــلٰـوةُ وَالسَّــلَامُ  عَــلَـيْـكَ يَا رَسُــوْلَ اللّٰه ﷺ

     मीठे मीठे इस्लामी भाइयो! वालिदैन व औलाद, भाई व बहन, सास व बहू, सुसर व दामाद, नन्द व भावज बल्कि तमाम अहले खाना व खानदान उस्ताद व शागिर्द, सेठ और नौकर, ताजिर व ग्राहक, अफ्सर व मज्दूर, हाकिम व महकूम अलगरज़ ऐसा लगता है कि तमाम दीनी व दुन्यवी शोबों से तअल्लुक रखने वाले मुसलमानों की अक्सरिय्यत इस वक्त बद गुमानी की खौफनाक आफत की लपेट में है। किसी को मोबाइल पर फोन करें और वोह Receive न करे तो बद गुमानी...शौहर की तवज्जोह बीवी की तरफ कम हो गई तो फौरन सास से बद गुमानी...बेटे की तवज्जोह कम हो गई तो फौरन बहू से बद गुमानी...किसी फेक्टरी से अच्छी नौकरी से फारिग हो गए तो दफ्तर के किसी फर्द से बद गुमानी...कारोबार में नुक्सान हो गया तो करीबी कारोबारी हरीफ से बद गुमानी...तन्ज़िमी तौर पर खिलाफे तवक्कोअ बात हो गई तो जिम्मादारान से बद गुमानी...इज्तिमाए ज़िक्रो नात के इन्तिज़ात में कमजोरी हुई तो । फौरन मुन्तज़िमीन से बद गुमानी....किसी बुजुर्ग या पीर ने अपने मुरीदीन या मु-तअल्लिकीन की तरगीब के लिये कोई अपना वाकेआ बयान कर दिया तो फौरन उस से बद गुमानी...जिस ने कर्ज लिया और वोह राबिते में नहीं आ रहा या जिस से माल बुक करवा लिया वोह मिल नहीं रहा तो फौरन बद गुमानी...किसी ने वक्त दिया और आने में ताखीर हो गई तो बद गुमानी...फुलां के पास थोड़े ही अरसे में गाड़ी, अच्छा मकान और दीगर सहूलिय्यात आ गई फौरन बद गुमानी, उसे शोहरत मिल गई तो बद गुमानी.....

*✍️बद गुमानी* 33

●•●┄─┅━━━━━★✰★━━━━━┅─●•●

मिट जाऐ गुनाहो का तसव्वुर ही दुन्या से, 

गर होजाए यक़ीन के.....

*अल्लाह सबसे बड़ा है, अल्लाह देख रहा है...*

●•●┄─┅━━━━━★✰★━━━━━┅─●•●

*​DEEN-E-NABI ﷺ*

📲JOIN WHATSAPP

*(बहनों के लिये अलग ग्रुप)*

📱+91 95580 29197

📧facebook.com/deenenabi

📧Deen-e-nabi.blogspot.in

📧https://www.youtube.com/channel/UCuJJA1HaLBLMHS6Ia7GayiA

No comments:

Post a Comment