بِسْــــــمِ اللّٰهِ الرَّحْـمٰـنِ الرَّحِـيْـمِ
اَلصَّــلٰـوةُ وَالسَّــلَامُ عَــلَـيْـكَ يَا رَسُــوْلَ اللّٰه ﷺ
*फ़िरऔन की जादूगरों को धमकी*
फ़िरऔन ने कहा तुम इस पर ईमान ले आये हो इससे पहले कि मैं तुम्हें इजाजत देता यह तो बड़ा मक्र है जो तुम सब ने शहर में फैलाया है कि शहर वालों को इससे निकाल दो, तो अब जान जाओंगे क़सम हैं कि मैं तुम्हारे एक तरफ के हाथ और दूसरी तरफ के पांव काटूँगा फिर तुम सबको सुलीं दूंगा।
ज़ब फ़िरऔन ने देखा कि जादूगरों ने तमम मखलूक के सामने मुसा अलैहिस्सलाम की नबुव्वत को तस्लीम कर लिया है उसे खौफ हुआ कि तमाम लोग आप पर ईमान न ले आयें उसने दो किस्म के शुबहात डालकर क़ौम को इंमान लाने से मना करने की कोशिश की, एक तो उसने यह कहा कि इन लोगों का ईमान लाना इस वजह से नहीं कि उन्होंने मूसा अलैहिस्सलाम की हक़्क़ानियत को देखा है बल्कि उन्होंने पहले से मूसा अलैहिस्सलाम से साज़ बाज़ कर रखी थी कि हम तुम्हारी नुबूव्वत का करार कर लेंगे और तूम पर ईमान ले आयेंगे।
दूसरी बात उसने यह कही कि मूसा अलैहिस्सलाम और जादूगरों का इत्तेफाकी मश्वरा यह है कि तुम्हे तुम्हारे शहरों से बाहर निकाल दें और खुद इस मुल्क पर क़ाबिज़ हो जायें। वतन से लोगों को बहुत ज़यादा मुहब्बत होती है इसलिये वह उन लगों को ईमान से दूर रखने में कामयाब हो गया। अगरचे उसके दोनों शुबहात की कोई हैसियत नहीं थी लेकिन क़ौम भी तो बे समझ ही थी।
*नौ मुस्लिमों का फ़िरऔन को जवाब* ان شاء الله अगली पोस्ट में...
*✍️तज़किरतुल अम्बिया* 295
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मिट जाऐ गुनाहो का तसव्वुर ही दुन्या से,
गर होजाए यक़ीन के.....
*अल्लाह सबसे बड़ा है, अल्लाह देख रहा है...*
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*DEEN-
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