Pages

Friday 29 July 2016

*हैज वाली औरत को हज के दौरान क्या करना चाहिए*
*بِسْــــــمِ اللّٰهِ الرَّحْمٰنِ الرَّحِىْمِ*
*اَلصَّــلٰوةُ وَالسَّلَامُ عَلَيْكَ يَا رَسُوْلَ اللّٰه ﷺ*

     आइशाرضي الله تعالي عنها से रिवायत है, उन्होंने फ़रमाया कि हम सब मदीना से सिर्फ हज के इरादे से निकले और जब मक़ामे सरीक पर पहुचे तो मुझे हैज आ गया। नबीﷺ मेरे पास तशरीफ़ लाये तो में रो रही थी, आप ने फ़रमाया, तुम्हारा क्या हाल है ? क्या तुझे हैज आ गया है ? मेने अर्ज़ किया जी हा !
     आपﷺ ने फ़रमाया कि ये मामला तो अल्लाह ने हज़रत आदम अलैहिस्सलाम की बेटियो पर लिख दिया है। इसलिए हाजियो के सब काम करती रहो, अलबत्ता काबा का तवाफ़ न करना।
     आइशाرضي الله تعالي عنها ने फ़रमाया, रसूलल्लाह ने अपनी बीवियों की तरफ से एक गाय की क़ुरबानी दी।

*हदिष की सरह*
मालूम हुआ कि हैज वाली औरत बैतुल्लाह के चक्कर के अलावा दीगर हज के अरकान अदा करने की पाबन्द है।
*✍🏽मुख़्तसर सहीह बुखारी, 1/163*
___________________________________
📮Posted by:-
*​DEEN-E-NABI ﷺ*​
💻JOIN WHATSAPP
📲+91 955 802 9197
📧facebook.com/deenenabi
📧Deen-e-nabi.blogspot.in

No comments:

Post a Comment