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Thursday 3 November 2016

*कज़ा नमाज़ का तरीका* #01
*بِسْــــمِ اللّٰهِ الرَّحْمٰنِ الرَّحِىْمِ*
*الصــلوة والسلام‎ عليك‎ ‎يارسول‎ الله ﷺ*

पारह 30 सूरतुल माऊन की आयत 4 व 5 में इरशाद होता है :
*तो उन नमाज़ियों की खराबी है जो अपनी नमाज़ से भूले बेठे है*

हज़रत मुफ़्ती अहमद यार खान अलैरहमा आयत 5 के तहत फरमाते है :
कभी न पढ़ना, पाबंदी से न पढ़ना, सहीह वक़्त पर न पढ़ना, नमाज़ सहीह तरीके से अदा न करना, शौक़ से न पढ़ना, समझ बुझ कर अदा न करना, कसल व सुस्ती, बे परवाइ से पढ़ना।
*✍🏽नुरुल इरफ़ान 958*
*✍🏽नमाज़ के अहकाम 204*
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*​DEEN-E-NABI ﷺ*​
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