*तज़किरतुल अम्बिया* #146
بِسْــــــمِ اللّٰهِ الرَّحْمٰنِ الرَّحِىْمِ
اَلصَّــلٰوةُ وَالسَّلَامُ عَلَيْكَ يَا رَسُوْلَ اللّٰه ﷺ
*फरिश्तों का लूत عليه السلام के पास आना*
क़ौम को जब पता चला की लूत عليه السلام के पास खूबसूरत नौजवान बतौर मेहमान आये हुए है तो वह अपने बुरे इरादे और शदीद जज़्बात लिये भागते हुए आ गये, उनको खबर देने वाली लूत عليه السلام की ज़ौजा वाहेला ही थी।
यह भी ख्याल रहे की वह क़ौम इस बदफेअली यानी लिवातत का इरतिकाब कोई छुप कर न करती बल्कि वह लोग ज़ाहिर तौर पर इस बुराई के मूर्तक़िब होते, इसलिये लूत عليه السلام ने कहा क्या तुममे से की भी नेक चलन नहीं? आपने इनको बड़े प्यारे अंदाज़ पर नसीहत फ़रमाई, यह मेरी क़ौम की बेटियां है जो तुम्हारी बीवियां है तुम तुम उनके हुक़ूक़ पायमाल कर रहे हो, हुक़ूके ज़ौजिय्यत अदा नहीं कर रहे, नौजवानों की तरफ तुम्हारा बदफेअली का इरतिकाब तुम्हारा बद चलनी का ज़रिया है। अपनी बीवियों की तरफ मिलान करो ताकि उनके हुक़ूक़ भी अदा हो सके और तुम भी नेक हो जाओ। यह मेरे मेहमान है इनसे कोई बुराई के मूर्तक़िब होकर मुझे रुस्वा न करो। अगर मेरे पास कोई ताक़त होती तो में तुम्हें मार मार कर भगा देता अगर मेरे पास कोई मज़बूत क़ीला या पनाह होती तो मेहमान को वहां ले जाता।
*✍🏼तज़किरतुल अम्बिया* 118
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मिट जाऐ गुनाहो का तसव्वुर ही दुन्या से,
गर होजाए यक़ीन के.....
*अल्लाह सबसे बड़ा है, अल्लाह देख रहा है...*
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मिट जाए गुनाहो का तसव्वुर ही दुन्या से, गर होजाये यक़ीन के.. अल्लाह सबसे बड़ा है..अल्लाह देख रहा है..
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Friday 18 May 2018
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