*सहाबए किराम इश्को वफ़ा की इम्तिहान गाह में* #37
بِسْــــــمِ اللّٰهِ الرَّحْمٰنِ الرَّحِىْم
اَلصَّــلٰوةُ وَالسَّلَامُ عَلَيْكَ يَا رَسُوْلَ اللّٰه ﷺ
खुतबे का शुरुअ होना था कि चारों तरफ से कुफ़्फ़ारो मुशरिकीन मुसलमानों पर टूट पड़े। हज़रते अबू बक्र सिद्दीक रदिअल्लाहो तआला अन्हो को भी बा वुजूद येह की मक्का ए मुकर्रमा में आम तौर पर उनकी अज़मतो शराफत मुसल्लम थी,इस कदर मारा कि तमाम चेहरा मुबारक खून में भर गया, नाक, कान सब लहू लुहान हो गए। पहचाने न जाते थे, जूतों से मारा, पाउं में रौंदा, जो न करना था सब कुछ ही किया। हज़रते अबू बक्र सिद्दीक रदिअल्लाहो तआला अन्हो बेहोश हो गए, बनू तीम यानी हज़रते अबू बक्र सिद्दीक रदिअल्लाहो तआला अन्हो के कबीले के लोगों को खबर हुई तो वहां से उठा के लाए।
सब को यकीन हो चला था कि हज़रते अबू बक्र सिद्दीक रदिअल्लाहो तआला अन्हो इस वहशियाना हमले से ज़िन्दा न बच सकेंगे, बनू तीम मस्जिद में और एलान किया : हज़रते अबू बक्र सिद्दीक रदिअल्लाहो तआला अन्हो की अगर इस हादीषे में वफ़ात हो गई तो हम लोग उन के बदले में उत्बा बिन रबीआ को कत्ल करेंगे, उत्बा ने हज़रते अबू बक्र सिद्दीक रदिअल्लाहो तआला अन्हो को मारने में बहुत ज़ियादा बदबख्ती का इज़हार किया था।
शाम तक हज़रते अबू बक्र सिद्दीक रदिअल्लाहो तआला अन्हो को बेहोशी रही, बा वुजूद आवाज़े देने के बोलने या बात करने की नौबत न आती थी। शाम को आवाज़ें देने पर वोह बोले तो सब से पहले अल्फ़ाज़ येह थे कि हुज़ूर ﷺ का क्या हाल है? लोगों की तरफ से इस पर बहुत मलामत हुई कि उन ही के साथ की बदौलत येह मुसीबत आई और दिन भर मौत के मुंह में रहने पर बात की तो वोह भी हुज़ूर ﷺ ही का जज़्बा और उन ही के लिये।
बाक़ी अगली पोस्ट में..ان شاء الله
*✍🏼सहाबएकिराम का इश्के रसूलﷺ* पेज 107
●•●┄─┅━━━━━★✰★━━━━━┅─●•●
मिट जाऐ गुनाहो का तसव्वुर ही दुन्या से,
गर होजाए यक़ीन के.....
*अल्लाह सबसे बड़ा है, अल्लाह देख रहा है...*
●•●┄─┅━━━━━★✰★━━━━━┅─●•●
*DEEN-E-NABI ﷺ*
📲JOIN WHATSAPP
📱+91 9033503799
📧facebook.com/deenenabi
📧Deen-e-nabi.blogspot.in
▶https://www.youtube.com/channel
मिट जाए गुनाहो का तसव्वुर ही दुन्या से, गर होजाये यक़ीन के.. अल्लाह सबसे बड़ा है..अल्लाह देख रहा है..
Pages
- Home
- अब्लाक़ घोड़े सुवार
- नमाज़ के अहकाम
- परदे की फरज़िय्यत
- बुग्ज़ व किना
- परदे की फरज़िय्यत
- मेराज के वाक़ीआत
- मुर्दे की बेबसी
- रमज़ान की बहारे
- अच्छे बुरे अ'मल
- आशिके अक्बर
- आसान नेकियां
- आक़ा का महीना
- वेलेन्टाइन डे क़ुरआनो हदिष की रौशनी में
- तौबा की रिवायत व हिक़ायत
- तर्के जमाअत की वईद
- रजब की बहारे
- हयाते गौसुल आलम महबूबे यजदानी सैयद सुल्तान मखदूम अ...
- गौसे पाक का बचपन
- गौषे पाक के हालात
- फातिहा और इसाले षवाब का तरीका
- बीमार आबिद
- बेनमाज़ी का अंजाम
- अश्को की बरसात
- अनमोल हिरे
- अल-हक़्क़ुल मुबीन
- सिरते मुस्तफा 1
- सिरते मुस्तफा 2
- बरकाते ज़कात
- बद गुमानी
- क़ब्र में आनेवाला दोस्त
- तर्जमए कन्ज़ुल ईमान व तफ़सीरे खज़ाइनुल इरफ़ान
- मदनी पंजसुरह
- सवानहे कर्बला
- शाने खातुने जन्नत
- गुस्से का इलाज
- गफलत
- फुतूह अल ग़ैब
- फ़ारुके आज़म का इश्के रसूल
- फैज़ाने सिद्दिके अकबर
- फैज़ाने खादीजतुल कुब्रा
- फैज़ाने फ़ारुके आज़म
- फैज़ाने आइशा सिद्दीक़ा
- मिलाद शरीफ
- जायज़-नाजायज़ की कसौटी और 11वी शरीफ
- तज़किरए इमाम अहमद रज़ा
- प्यारी बाते
Tuesday 22 May 2018
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment