*तज़किरतुल अम्बिया* #119
بِسْــــــمِ اللّٰهِ الرَّحْمٰنِ الرَّحِىْمِ
اَلصَّــلٰوةُ وَالسَّلَامُ عَلَيْكَ يَا رَسُوْلَ اللّٰه ﷺ
*परिन्दों में से इन 4 को ख़ास करने की वजह*
तमाम परिन्दों में से मोर, गिद्ध, मुर्ग और कौआ को मुन्तख़ब करने की वजह यह है की इंसान को ज़ीनत, मर्तबा, बुलन्द मरातिब से मुहब्बत है और यह औसाफ मोर में भी पाये जाते है।
इंसान जिस तरह ज़्यादा खाने से शगफ रखता है उसी तरह गिद्ध को भी खाने से ही ज़्यादा काम होता है। इसी तरह इंसान को फुर्ज की ख्वाहिशात पूरी करने से जिस तरह काम होता है उसी तरह मुर्ग में भी यह वस्फ पाया जाता है, इंसान माल तलब करने और जमा करने का ज़्यादा हारिस होता है उसी तरह कौआ भी माल की तलब और जमा करने का हरिस होता है।
इन चार को मुंतखिब करने में इस हिकमत की तरफ इशारा है कि इंसान जब तक ख्वाहिशाते नफसानिया और ख्वाहिशाते फुर्ज और माल की हिर्स और जेब व ज़ीनत को खत्म नहीं करेगा उस वक़्त तक उसके दिल पर रूहानियत का असर नहीं होगा और न ही उसे अल्लाह के जलाल के नूर से राहत हासिल होगी।
*✍🏼तज़किरतुल अम्बिया* 99
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मिट जाऐ गुनाहो का तसव्वुर ही दुन्या से,
गर होजाए यक़ीन के.....
*अल्लाह सबसे बड़ा है, अल्लाह देख रहा है...*
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*DEEN-E-NABI ﷺ*
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मिट जाए गुनाहो का तसव्वुर ही दुन्या से, गर होजाये यक़ीन के.. अल्लाह सबसे बड़ा है..अल्लाह देख रहा है..
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Friday 20 April 2018
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