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Thursday 28 September 2017

*गुनाहे कबीरा नंबर 11*
بِسْــــــمِ اللّٰهِ الرَّحْمٰنِ الرَّحِىْمِ
اَلصَّــلٰوةُ وَالسَّلَامُ عَلَيْكَ يَا رَسُوْلَ اللّٰه ﷺ

*_मैदाने जिहाद से भाग जाना_*
     अल्लाह इर्शाद फ़रमाता है : _और जो उस दिन उन्हें पीठ देगा मगर लड़ाई का हुनर करने या अपनी जमाअत में जा मिलने को तो वो अल्लाह के गज़ब में पलटा और उस का ठिकाना दोज़ख है और क्या बुरी जगह है पलटने की।_
*✍🏼الأنفال ١٦*

     हुज़ूर صلى الله عليه وسلم ने इर्शाद फ़रमाया : सात हलाक करने वाले गुनाहों से बचो। इन में से आप ने एक मैदाने जिहाद से भाग जाने को भी ज़िक्र किया।

*✍🏼76 कबीरा गुनाह, 54*

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मिट जाऐ गुनाहो का तसव्वुर ही दुन्या से,
गर होजाए यक़ीन के.....
*अल्लाह सबसे बड़ा है, अल्लाह देख रहा है...*
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*​DEEN-E-NABI ﷺ*
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