*हाजत मन्द गनी हो गया*
بِسْــــــمِ اللّٰهِ الرَّحْمٰنِ الرَّحِىْمِ
اَلصَّــلٰوةُ وَالسَّلَامُ عَلَيْكَ يَا رَسُوْلَ اللّٰه ﷺ
एक नेक आदमी था, उस ने गलबए शौक़ के साथ 500 बार दुरुद शरीफ का रोज़ाना विर्द शुरू कर दिया। इस की बरकत से अल्लाह ने उसे गनी कर दिया। इस की बरकत से अल्लाह ने उस को गनी कर दिया और ऐसी जगह से उस को रिज़्क़ अता फ़रमाया कि उसे पता भी न चल सका, हालांकि इस से पहले वो मुफ़लिस और हाजत मन्द था।
*✍🏼मुलखखस अज़ फ़ैज़ाने सुन्नत* 151
अमीरे अहले सुन्नत फ़रमाते है: अगर कोई शख्स मज़कूरा तादाद में दुरुदे पाक का विर्द करे और पिछली पोस्टो में जो तंगदस्ती के अस्बाब बयान किये उस से बचते हुए इस से नजात के हल भी अपनाए, मगर फिर भी उस की तंगदस्ती व मोहताजी दूर न हो तो ये उस की निय्यत का फसाद है कि इस के बातिन में खराबी की वजह से काम नहीं बन सका।
दर अस्ल दुरुदे पाक पढ़ने या पिछली पोस्ट में जो तंगदस्ती के अस्बाब बयान किये उस से बचने और नजात के हल अपनाने में निय्यत अल्लाह और उस के प्यारे हबीब ﷺ का कुर्ब हासिल करने की हो तो ان شاء الله मोहताजी दूर होगी।
*✍🏼तंगदस्ती के अस्बाब और उनका हल* 22
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मिट जाऐ गुनाहो का तसव्वुर ही दुन्या से,
गर होजाए यक़ीन के.....
*अल्लाह सबसे बड़ा है, अल्लाह देख रहा है...*
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*DEEN-E-NABI ﷺ*
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मिट जाए गुनाहो का तसव्वुर ही दुन्या से, गर होजाये यक़ीन के.. अल्लाह सबसे बड़ा है..अल्लाह देख रहा है..
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Friday, 23 February 2018
*हाजत मन्द गनी हो गया*
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