*कलिमाते कुफ़्र* #03
بِسْــــــمِ اللّٰهِ الرَّحْمٰنِ الرَّحِىْمِ
اَلصَّــلٰوةُ وَالسَّلَامُ عَلَيْكَ يَا رَسُوْلَ اللّٰه ﷺ
*एतराज़ की सूरत में बके जाने वाले कुफ्रिय्यात की मिसालें*
मुझे नहीं मालुम अल्लाह ने जब मुझे दुन्या में कुछ न दिया तो मुझे पैदा ही क्यूं किया! ये क़ौल कुफ़्र है।
किसी मिस्कीन ने अपनी मोहताजी को देख कर ये कहा: या अल्लाह! फूलां भी तेरा बन्दा है, उसे तूने कितनी नेमतें दे रखी है और एक में भी तेरा बन्दा हूँ मुझे किस क़दर रन्जो तकलीफ देता है। आखिर ये क्या इन्साफ है?
कहते है: अल्लाह सब्र करने वालो के साथ है, में कहता हूँ ये सब बकवास है।
जिन लोगों को में प्यार करता हूँ वो परेशानी में रहते है और जो मेरे दुश्मन होते है अल्लाह उन को बहुत खुशहाल रखता है।
काफिरों और मालदारों को राहतें और गरीबों और नादारों पर आफतें! बस जी अल्लाह के घर का तो सारा निज़ाम ही उलटा है।
अगर किसी ने बिमारी, बे रोजगारी, गुरबत या किसी मुसीबत की वजह से अल्लाह पर एतराज़ करते हुए कहा: ऐ मेरे रब! तू मुझ पर क्यूं ज़ुल्म करता है? हालांकि में ने तो कोई गुनाह किया ही नहीं। तो वो काफ़िर है।
*✍🏼28 कलिमाते कुफ़्र* 6
●•●┄─┅━━━━━★✰★━━━━━┅─●•●
मिट जाऐ गुनाहो का तसव्वुर ही दुन्या से,
गर होजाए यक़ीन के.....
*अल्लाह सबसे बड़ा है, अल्लाह देख रहा है...*
●•●┄─┅━━━━━★✰★━━━━━┅─●•●
*DEEN-E-NABI ﷺ*
📲JOIN WHATSAPP
📱+91 95580 29197
📧facebook.com/deenenabi
📧Deen-e-nabi.blogspot.in
📧https://www.youtube.com/channel/UCuJJA1HaLBLMHS6Ia7GayiA
मिट जाए गुनाहो का तसव्वुर ही दुन्या से, गर होजाये यक़ीन के.. अल्लाह सबसे बड़ा है..अल्लाह देख रहा है..
Pages
- Home
- अब्लाक़ घोड़े सुवार
- नमाज़ के अहकाम
- परदे की फरज़िय्यत
- बुग्ज़ व किना
- परदे की फरज़िय्यत
- मेराज के वाक़ीआत
- मुर्दे की बेबसी
- रमज़ान की बहारे
- अच्छे बुरे अ'मल
- आशिके अक्बर
- आसान नेकियां
- आक़ा का महीना
- वेलेन्टाइन डे क़ुरआनो हदिष की रौशनी में
- तौबा की रिवायत व हिक़ायत
- तर्के जमाअत की वईद
- रजब की बहारे
- हयाते गौसुल आलम महबूबे यजदानी सैयद सुल्तान मखदूम अ...
- गौसे पाक का बचपन
- गौषे पाक के हालात
- फातिहा और इसाले षवाब का तरीका
- बीमार आबिद
- बेनमाज़ी का अंजाम
- अश्को की बरसात
- अनमोल हिरे
- अल-हक़्क़ुल मुबीन
- सिरते मुस्तफा 1
- सिरते मुस्तफा 2
- बरकाते ज़कात
- बद गुमानी
- क़ब्र में आनेवाला दोस्त
- तर्जमए कन्ज़ुल ईमान व तफ़सीरे खज़ाइनुल इरफ़ान
- मदनी पंजसुरह
- सवानहे कर्बला
- शाने खातुने जन्नत
- गुस्से का इलाज
- गफलत
- फुतूह अल ग़ैब
- फ़ारुके आज़म का इश्के रसूल
- फैज़ाने सिद्दिके अकबर
- फैज़ाने खादीजतुल कुब्रा
- फैज़ाने फ़ारुके आज़म
- फैज़ाने आइशा सिद्दीक़ा
- मिलाद शरीफ
- जायज़-नाजायज़ की कसौटी और 11वी शरीफ
- तज़किरए इमाम अहमद रज़ा
- प्यारी बाते
Tuesday 30 January 2018
कलिमाते कुफ़्र* #03
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment