*तज़किरतुल अम्बिया* #47
بِسْــــــمِ اللّٰهِ الرَّحْمٰنِ الرَّحِىْمِ
اَلصَّــلٰوةُ وَالسَّلَامُ عَلَيْكَ يَا رَسُوْلَ اللّٰه ﷺ
*हज़रत आदम स्फीउल्लाह عليه السلام*
#41
*हज़रत आदम عليه السلام जन्नत से क्या लाये?*
हज़रत आदम عليه السلام जन्नत से मुख़्तलिफ़ किस्म के बिज और 3 किस्म के फल और हजरे अस्वद और वह असा (डंडा) जो बाद में मूसा عليه السلام के हाथ आया जिस की लम्बाई 10 गज़ थी अपने साथ लेकर आये थे और कुछ सोना चांदी और कुछ खेती बाड़ी वगैरा के औज़ार भी साथ लाये।
आदम عليه السلام इस क़दर गिर्या व जारी में मश्गुल हुए कि उन तुख़्मो से बेखबर हो गये शैतान ने मौक़ा पाकर उनको अपना हाथ लगाया जिस तुख्म पर उसका हाथ लगा वह ज़हरीला हो गया और जो उसके हाथ से महफूज़ रहा उसका नफा बरक़रार रहा।
आदम عليه السلام के साथ 3 किस्म के जन्नती मेवे आये, एक वह जो पुरे खा लिये जाते है, दूसरे वह जिनका ऊपरी हिस्सा खा लिया जाता है और घुटली फेंक दी जाती है जेसे खजूर, आम वगैरा तीसरे वह जिन का ऊपरी छिलका फेंक दिया जाता है और अंदरुनी हिस्सा खा लिया जाता है।
सही रिवायत है कि उनके साथ लोहे के औज़ार भी थे एक सडसी जिससे लोहा पकड़ते, दूसरा हथौड़ा, तीसरा ईरन, नीज़ हजरे अस्वद।
सही रिवायत में अता है कि हज़ज्रे अस्वद जब जन्नत से आया तो उसकी रौशनी कई मिल तक जाती थी जहां उसकी किरणें पहुँचती ही उसी हद तक हरम की हदे क़ायम हुई।
आदम عليه السلام को दुन्या में आकर बहुत वहशत और घबराहट हुई। हज़रत जिब्राइल عليه السلام बहुक्मे इलाही ज़मीन पर आये और बुलन्द आवाज़ से अज़ान कही जब आदम عليه السلام ने अज़ान में हुज़ूर का नाम सुना तब उनकी वह वहशत दूर हुई।
यह तमाम वाक़यात सही अहादीस से साबित है जिनको शाह अब्दुल अज़ीज़ मोहद्दिसे देहलवी ने तफ़सीर अज़ीज़ी में इसी मक़ाम पर जमा फ़रमाया है।
*✍🏼तज़किरतुल अम्बिया* 55
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मिट जाऐ गुनाहो का तसव्वुर ही दुन्या से,
गर होजाए यक़ीन के.....
*अल्लाह सबसे बड़ा है, अल्लाह देख रहा है...*
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Wednesday 7 February 2018
तज़किरतुल अम्बिया* #47
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