Pages

Monday 22 October 2018

*बरज़ख़ का बयान* #04


بِسْــــــمِ اللّٰهِ الرَّحْـمٰـنِ الرَّحِـيْـمِ

اَلصَّــلٰـوةُ وَالسَّــلَامُ  عَــلَـيْـكَ يَا رَسُــوْلَ اللّٰه ﷺ

     *सवाल* : क्या मरने के बाद रूह किसी और बदन में मुंतक़ील हो सकती है?

     *जवाब* : ये खयाल की रूह किसी दूसरे बदन में चली जाती है ख्वाह वो आदमी का बदन हो या जानवर का जिसको तनासुख और आवागोन कहते है महज़ बातिल और इसका मानना कुफ्र है।


     *सवाल* : अज़ बज़्ज़म्ब किसे कहते है?

     *जवाब* : रीढ़ की हड्डी के वो बारीक अज्ज़ा जिन को न किसी खुर्दबीन से देखा जाता है, न आग उन्हें जला सकती है, न ज़मीन उन्हें गला सकती है। ये तुखमे जिस्म है, लिहाज़ा रोज़े क़यामत रूहों का लौटाना इसी जिस्म में होगा।

*✍️दिलचस्प मालूमात* 26

●•●┄─┅━━━━━★✰★━━━━━┅─●•●

मिट जाऐ गुनाहो का तसव्वुर ही दुन्या से, 

गर होजाए यक़ीन के.....

*अल्लाह सबसे बड़ा है, अल्लाह देख रहा है...*

●•●┄─┅━━━━━★✰★━━━━━┅─●•●

*​DEEN-E-NABI ﷺ*

📲JOIN WHATSAPP

*(बहनों के लिये अलग ग्रुप)*

📱+91 95580 29197

📧facebook.com/deenenabi

📧Deen-e-nabi.blogspot.in

📧https://www.youtube.com/channel/UCuJJA1HaLBLMHS6Ia7GayiA

No comments:

Post a Comment