Pages

Friday 22 December 2017

*नमाज़ की अहमिय्यत* #19
بِسْــــــمِ اللّٰهِ الرَّحْمٰنِ الرَّحِىْمِ
اَلصَّــلٰوةُ وَالسَّلَامُ عَلَيْكَ يَا رَسُوْلَ اللّٰه ﷺ
*_नमाज़ छोड़ने का वबाल अहादिष की रौशनी में_* #07
     हुज़ूर ﷺ ने इर्शाद फ़रमाया : नमाज़ जन्नत की कुन्जी है।
*✍🏼मुसन्दे अहमद बिन हम्बल*
     जब नमाज़ जन्नत की चाबी है तो उसके बगैर जन्नत का दरवाज़ा हरगिज़ नहीं खुल सकता।

     रहमते आलम ﷺ ने इर्शाद फ़रमाया : बन्दा जब नमाज़ के लिये खड़ा होता है तो उसके लिये जन्नत के दरवाजे खोल दिये जाते है, उसके और परवरदिगार के दरमियान से हिजाबात (पर्दे) हटा दिये जाते है और हूरे इन उसका इस्तिक़बाल करती है।
*✍🏼अत्तरगिब् वत्तरहिब*
     यानी बन्दा नमाज़ के वक़्त अल्लाह की रहमत के बेहद क़रीब हो जाता है।
*✍🏼नमाज़ की अहमियत* 18
●•●┄─┅━━━━━★✰★━━━━━┅─●•●
मिट जाऐ गुनाहो का तसव्वुर ही दुन्या से,
गर होजाए यक़ीन के.....
*अल्लाह सबसे बड़ा है, अल्लाह देख रहा है...*
●•●┄─┅━━━━━★✰★━━━━━┅─●•●
*​DEEN-E-NABI ﷺ*
📲JOIN WHATSAPP
📱+91 9723 654 786
📧facebook.com/deenenabi
📧Deen-e-nabi.blogspot.in
📧https://www.youtube.com/channel/UCuJJA1HaLBLMHS6Ia7GayiA

No comments:

Post a Comment