*नमाज़ की अहमिय्यत* #23
بِسْــــــمِ اللّٰهِ الرَّحْمٰنِ الرَّحِىْمِ
اَلصَّــلٰوةُ وَالسَّلَامُ عَلَيْكَ يَا رَسُوْلَ اللّٰه ﷺ
*_नमाज़ छोड़ने का वबाल अहादिष की रौशनी में_* #03
हुज़ूरे अक़दस ﷺ ने इर्शाद फ़रमाया : जो जान बुझकर नमाज़ छोड़ देता है उसका नाम जहन्नम के उस दरवाज़े पर लिख दिया जाता है जिससे उसे दाखिल होना है।
*✍🏼कन्जुल उम्माल*
यानी बे-नमाज़ी का जहन्नम में दाखिला ऐसा यक़ीनी मामला है कि जहन्नम के दरवाज़े में उसका नाम लिख दिया जाता है।
हुज़ूरे अक़दस ﷺ ने इर्शाद फ़रमाया : जिसने नमाज़ छोड़ दी उसका कोई दीन नहीं, नमाज़ दीन का सुतून है।
*✍🏼कन्जुल उम्माल*
यानी ऐसे शख्स के ईमान का कोई भरोसा नहीं जो नमाज़ न पढ़ता हो।
*✍🏼नमाज़ की अहमियत* 21
●•●┄─┅━━━━━★✰★━━━━━┅─●•●
मिट जाऐ गुनाहो का तसव्वुर ही दुन्या से,
गर होजाए यक़ीन के.....
*अल्लाह सबसे बड़ा है, अल्लाह देख रहा है...*
●•●┄─┅━━━━━★✰★━━━━━┅─●•●
*DEEN-E-NABI ﷺ*
📲JOIN WHATSAPP
📱+91 9723 654 786
📧facebook.com/deenenabi
📧Deen-e-nabi.blogspot.in
📧https://www.youtube.com/channel/UCuJJA1HaLBLMHS6Ia7GayiA
بِسْــــــمِ اللّٰهِ الرَّحْمٰنِ الرَّحِىْمِ
اَلصَّــلٰوةُ وَالسَّلَامُ عَلَيْكَ يَا رَسُوْلَ اللّٰه ﷺ
*_नमाज़ छोड़ने का वबाल अहादिष की रौशनी में_* #03
हुज़ूरे अक़दस ﷺ ने इर्शाद फ़रमाया : जो जान बुझकर नमाज़ छोड़ देता है उसका नाम जहन्नम के उस दरवाज़े पर लिख दिया जाता है जिससे उसे दाखिल होना है।
*✍🏼कन्जुल उम्माल*
यानी बे-नमाज़ी का जहन्नम में दाखिला ऐसा यक़ीनी मामला है कि जहन्नम के दरवाज़े में उसका नाम लिख दिया जाता है।
हुज़ूरे अक़दस ﷺ ने इर्शाद फ़रमाया : जिसने नमाज़ छोड़ दी उसका कोई दीन नहीं, नमाज़ दीन का सुतून है।
*✍🏼कन्जुल उम्माल*
यानी ऐसे शख्स के ईमान का कोई भरोसा नहीं जो नमाज़ न पढ़ता हो।
*✍🏼नमाज़ की अहमियत* 21
●•●┄─┅━━━━━★✰★━━━━━┅─●•●
मिट जाऐ गुनाहो का तसव्वुर ही दुन्या से,
गर होजाए यक़ीन के.....
*अल्लाह सबसे बड़ा है, अल्लाह देख रहा है...*
●•●┄─┅━━━━━★✰★━━━━━┅─●•●
*DEEN-E-NABI ﷺ*
📲JOIN WHATSAPP
📱+91 9723 654 786
📧facebook.com/deenenabi
📧Deen-e-nabi.blogspot.in
📧https://www.youtube.com/channel/UCuJJA1HaLBLMHS6Ia7GayiA
No comments:
Post a Comment