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Thursday 29 March 2018

*क़तए रेहम की एक सूरत*
بِسْــــــمِ اللّٰهِ الرَّحْمٰنِ الرَّحِىْمِ
اَلصَّــلٰوةُ وَالسَّلَامُ عَلَيْكَ يَا رَسُوْلَ اللّٰه ﷺ
     जब अपना कोई रिश्तेदार कोई हाजत पेश करे तो उसकी हाजत रवाई करे, इस को रद कर देना क़तए रेहम (रिश्ता काटना) है। याद रहे! क़तए रेहम यानी रिश्ता काटना हराम है।

*सीलए रेहम ये है कि वो तोड़े तब भी तुम जोड़ो*
     सीलए रेहम (रिश्तेदारों से अच्छा सुलूक) इसी का नाम नहीं कि वो सुलूक करे तुम भी करो, ये चीज़ तो हक़ीक़त में अदला बदला करना है कि उसने तुम्हारे पास चीज़ भेज दी तुम ने उसके पास भेज दी, वो तुम्हारे पास आया तुम उसके पास चले गए।
     हक़ीक़तन सीलए रेहम ये है कि वो काटे और तुम जोड़ो, वो तुम से जुदा होना चाहता है, ला परवाही करता है और तुम उसके साथ रिश्ते के हुक़ूक़ की लिहाज़ व रिआयत करो।
*✍🏽ऐहतिरामे मुस्लिम* 11
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मिट जाऐ गुनाहो का तसव्वुर ही दुन्या से,
गर होजाए यक़ीन के.....
*अल्लाह सबसे बड़ा है, अल्लाह देख रहा है...*
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