Pages

Thursday 13 July 2017

*अज़ाब से छुटकारे के असबाब* #04
بِسْــــــمِ اللّٰهِ الرَّحْمٰنِ الرَّحِىْمِ
اَلصَّــلٰوةُ وَالسَّلَامُ عَلَيْكَ يَا رَسُوْلَ اللّٰه ﷺ

★ एक शख्स पुल सिरात पर खड़ा था और टहनी की तरह लरज़ रहा था लेकिन उसका अल्लाह के साथ *हुस्ने ज़न* (यानी अल्लाह से अच्छा गुमान की वो ज़रूर रहमत फ़रमाएगा) आया और उसे बचा लिया और वो पुल सिरात से गुज़र गया।

★ एक शख्स पुल सिरात पर घिसट घिसट कर चल रहा था की उस का मुझ पर *दुरुदे पाक* पढ़ना आ गया और उस को खड़ा कर के पुल सिरात पार करवा दिया।

★ मेरी उम्मत का एक शख्स जन्नत के दरवाज़ों के पास पंहुचा तो वो सब पर बन्द थे की उस का لٙااِلٰهٙ اِلّٙااللّٰهُ की गवाही देना आया और उस के लिये जन्नती दरवाज़े खुल गए और वो जन्नत में दाखिल हो गया।

★ एक औरत को सिर्फ इस लिये बख्श दिया गया की उस ने एक प्यासे कुत्ते को पानी पिलाया था।

★ एक शख्स ने रस्ते में से एक दरख्त को इस लिये हटा दिया ताकि लोगो को इस से इज़ा न पहुचे। अल्लाह ने खुश हो कर उस की मगफिरत फरमा दी।

★ एक हदिष में तक़ाज़े में नरमी (यानी क़र्ज़ में वूसुली में आसानी) करने वाले एक शख्स की नजात हो जाने का वाक़ीआ भी आया है।

सच तो ये है की रहमत के वाकिआत जमा करने जाए तो इतने है की हम जमा ही न कर सके।
*✍🏼आसान नेकियां, 7*

*___________________________________*
मिट जाऐ गुनाहो का तसव्वुर ही दुन्या से,
गर होजाए यक़ीन के.....
*अल्लाह सबसे बड़ा है, अल्लाह देख रहा है...*
*___________________________________*
*​DEEN-E-NABI ﷺ*
📲JOIN WHATSAPP
📱+91 95580 29197
📧facebook.com/deenenabi
📧Deen-e-nabi.blogspot.in

No comments:

Post a Comment