*6-हुसुले इल्म की तरगिब्*
بِسْــــــمِ اللّٰهِ الرَّحْمٰنِ الرَّحِىْمِ
اَلصَّــلٰوةُ وَالسَّلَامُ عَلَيْكَ يَا رَسُوْلَ اللّٰه ﷺ
फरमाने मुस्तफा صلى الله عليه وسلم : इल्म हासिल करो अगर्चे तुम्हे चीन जाना पड़े।
*✍🏼शोएबुल ईमान*
इस हदिष से इल्मे दिन की बे इन्तिहा अहमिय्यत साबित होती है की उस ज़माने में जब की हवाई जहाज़, रेल और मोटर नही थे, अरब से मुल्के चीन पहुचना कितना मुश्किल काम था मगर हुज़ूर صلى الله عليه وسلم इर्शाद फ़रमाते है की अगर्चे तुम को अरब से मुल्के चीन जाना पड़े लेकिन इल्मे दिन ज़रूर हासिल करो इस से गफलत हरगिज़ न बरतो।
*✍🏼40 फरमाने मुस्तफा, 15*
*___________________________________*
मिट जाऐ गुनाहो का तसव्वुर ही दुन्या से,
गर होजाए यक़ीन के.....
*अल्लाह सबसे बड़ा है, अल्लाह देख रहा है...*
*___________________________________*
*DEEN-E-NABI ﷺ*
📲JOIN WHATSAPP
📱+91 95580 29197
📧facebook.com/deenenabi
📧Deen-e-nabi.blogspot.in
بِسْــــــمِ اللّٰهِ الرَّحْمٰنِ الرَّحِىْمِ
اَلصَّــلٰوةُ وَالسَّلَامُ عَلَيْكَ يَا رَسُوْلَ اللّٰه ﷺ
फरमाने मुस्तफा صلى الله عليه وسلم : इल्म हासिल करो अगर्चे तुम्हे चीन जाना पड़े।
*✍🏼शोएबुल ईमान*
इस हदिष से इल्मे दिन की बे इन्तिहा अहमिय्यत साबित होती है की उस ज़माने में जब की हवाई जहाज़, रेल और मोटर नही थे, अरब से मुल्के चीन पहुचना कितना मुश्किल काम था मगर हुज़ूर صلى الله عليه وسلم इर्शाद फ़रमाते है की अगर्चे तुम को अरब से मुल्के चीन जाना पड़े लेकिन इल्मे दिन ज़रूर हासिल करो इस से गफलत हरगिज़ न बरतो।
*✍🏼40 फरमाने मुस्तफा, 15*
*___________________________________*
मिट जाऐ गुनाहो का तसव्वुर ही दुन्या से,
गर होजाए यक़ीन के.....
*अल्लाह सबसे बड़ा है, अल्लाह देख रहा है...*
*___________________________________*
*DEEN-E-NABI ﷺ*
📲JOIN WHATSAPP
📱+91 95580 29197
📧facebook.com/deenenabi
📧Deen-e-nabi.blogspot.in
No comments:
Post a Comment