Pages

Tuesday 25 September 2018

हमारे नारों में कितनी सच्चाई ?* #04


بِسْــــــمِ اللّٰهِ الرَّحْـمٰـنِ الرَّحِـيْـمِ

اَلصَّــلٰـوةُ وَالسَّــلَامُ  عَــلَـيْـكَ يَا رَسُــوْلَ اللّٰه ﷺ

     गौष का दामन नही छोड़ेंगे" का पुरजोश नारे लगाने वालों, गौषे आज़म की किताब 'गुण्यतुत्तालिबिन' आप फरमाते है: बेनामाज़ी को मुसलमानों के क़ब्रस्तान में दफन न किया जाये और उसकी नमाज़े जनाज़ा भी न पढ़ी जाये! क्योंकि वो नमाज़ न पढ़ने से इस्लाम के दायरे से खारिज हो गया है।

     ख्वाजा गरीब नवाज फरमाते है: नमाज़ को तर्क करने वाला बहुत शर्मिंदगी को जेलेंगा।

     हज़रत सुल्तान बाहु फरमाते है: बेनामाज़ी सुव्वर से भी बदतर है।

     जब बेनामाज़ी के लिये इन बुजुर्गो का ये कहना है, तो नमाज़ के साथ दूसरे भी बुरे काम करने वालो के लिए क्या हुक्म होगा!

     फिर बेनामाज़ी को कहा हक़ पहोचता है कि गौष का दामन नहीं छोड़ेंगे! जुगरियो को कहा ये हक़ पहोचता है कि वो कहे ख्वाजा का दामन नहीं छोड़ेंगे! बदकरो को कहा हक़ पहोचता है कि कहे शहीदे आज़म का दामन नहीं छोड़ेंगे!

     आह! तुम दामन छोड़ने की बात कहां कर रहे हो! तुमने तो दामनो को पांव के नीचे कुचल दिया है! नमाज़ अदा न करने वालो ने बुजुर्गो का नमाज़ पढ़ने का अमल छोड़ दिया।

     दामन पकड़ने का मतल उनके तऱीके के मुताबिक़ अमल करना है, वो नमाज़ी थे, हमे भी नमाज़ी बनना है, वो सुन्नतों पर अमल करने वाले थे, हमे भी सुन्नतों पर अमल करने वाला बनना है। वो हराम और नाजायज़ कामो से दूर थे तो हमे भी इन कामो से दूर रहना चाहिए इसी का नाम है बुज़िर्गो का दामन पकड़ना।


बाक़ी अगली पोस्ट में..أن شاء الله

*✍️तोहफए नजात, हिस्सा-6* 19

●•●┄─┅━━━━━★✰★━━━━━┅─●•●

मिट जाऐ गुनाहो का तसव्वुर ही दुन्या से, 

गर होजाए यक़ीन के.....

*अल्लाह सबसे बड़ा है, अल्लाह देख रहा है...*

●•●┄─┅━━━━━★✰★━━━━━┅─●•●

*​DEEN-E-NABI ﷺ*

📲JOIN WHATSAPP

*(बहनों के लिये अलग ग्रुप)*

📱+91 95580 29197

📧facebook.com/deenenabi

📧Deen-e-nabi.blogspot.in

📧https://www.youtube.com/channel/UCuJJA1HaLBLMHS6Ia7GayiA

No comments:

Post a Comment