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Tuesday 20 June 2017

*नाख़ून, हजामत, मुए बगल वगैरा से मुताल्लिक़ सुन्नते और आदाब* #03
بِسْــــــمِ اللّٰهِ الرَّحْمٰنِ الرَّحِىْمِ
اَلصَّــلٰوةُ وَالسَّلَامُ عَلَيْكَ يَا رَسُوْلَ اللّٰه ﷺ

★ हाथ, पाउ और पेट के बाल दूर करना चाहे तो मना नही।

★ सीना और पीठ के बाल काटना या मुंडाना अच्छा नही।

★ दाढ़ी बढ़ाना सुनने अम्बिया व मुरसलीन से है। मुंडाना या एक मुश्त से कम करना हराम है। हा एक मुश्त से ज़ाइद हो जाए तो जितनी ज़्यादा है उस को कटवा सकते है।

 ★ मुछो के दोनों कनारो के बाल बड़े बड़े हो तो हरज नही। बाज़ अस्लाफ (यानी गुज़श्ता बुजुर्गो) की मुछे इस किस्म की थी।

★ मर्द को चाहिये की मुए ज़ेरे नाफ उस्तरे वगैरा से मुंड दे। इस काम के लिये बाल सफा पावडर वगैरा का इस्तिमाल मर्द व औरत दोनों को जाइज़ है।
     मुए ज़ेरे नाफ को नाफ के एन निचे से मुंडना शुरू करे।

★ जनाबत की हालत में (यानी गुस्ल फ़र्ज़ होने की सूरत में) न कहि के बाल मुंडे न ही नाख़ून तराशे की ऐसा करना मकरूह है।

★ इस्लामी बहने अपने सर वगैरा के बाल ऐसी जगह न डाले जहां गैर महरम की नज़र पड़े।

★ इंसान के बाल (ख्वाह वो जिस्म के किसी भी हिस्से के हो) नाख़ून, हैज़ का लत्ता (यानी वो कपड़ा जिस से हैज़ का खून साफ़ किया गया हो) और इंसानी खून इन चारो चीज़ों को दफन कर देने का हुक्म है।

     ऐ हमारे प्यारे अल्लाह ! हमे अपने ज़ाहिर व बातिन दोनों को साफ रखने की तौफ़ीक़ अता फरमा और इस मुआमले में जो जो सुन्नते है उन तमाम सुन्नतो पर खुश दिली से अमल करने की तौफिके रफ़ीक़ मर्हमत फरमा।
اٰمِيْن بِـجٙـاهِ النّٙـبِـىِّ الْاٙ مِيْن
*✍🏼सुन्नते और आदाब, 68*

*तमाम मोमिनो के इसले षवाब के लिये*
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मिट जाये गुनाहो का तसव्वुर ही दुन्या से,
गर होजाए यक़ीन के.....
*अल्लाह सबसे बड़ा है, अल्लाह देख रहा है...*
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*​DEEN-E-NABI ﷺ*
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