*फैजाने लै-लतुल क़द्र*
*بِسْــــمِ اللّٰهِ الرَّحْمٰنِ الرَّحِىْمِ*
*الصــلوة والسلام عليك يارسول الله ﷺ*
*_सरकार ﷺ रंजीदा हो गए_*
तफ़सीरे आजिज़ी में है के जब हमारे आक़ा ﷺ ने साबिका अम्बियाए किराम की उम्मतों की तवील उम्रों और अपनी उम्मत की कलिल उम्रों को मुलाहजा फ़रमाया तो गम खवारे उम्मत का मुबारक दिल शफ़क़त से भर आया और आप रंजीदा हो गए के मेरे उम्मती अगर खूब खूब नेकिया करे जब भी उन की बराबरी नही कर सकेंगे।
चुनान्चे अल्लाह की रहमत जोश पर आई और उस ने अपने प्यारे हबीब ﷺ को लै-लतुल क़द्र अता फ़रमाई।
*✍🏼तफ़सीरे आजिज़ी 4/434*
*✍🏼फैजाने सुन्नत 1128*
*तमाम मोमिनो के इसले षवाब के लिये*
*___________________________________*
मिट जाये गुनाहो का तसव्वुर ही दुन्या से,
गर होजाए यक़ीन के.....
*अल्लाह सबसे बड़ा है, अल्लाह देख रहा है...*
*___________________________________*
*DEEN-E-NABI ﷺ*
📲JOIN WHATSAPP
📱+91 95580 29197
📧facebook.com/deenenabi
📧Deen-e-nabi.blogspot.in
*بِسْــــمِ اللّٰهِ الرَّحْمٰنِ الرَّحِىْمِ*
*الصــلوة والسلام عليك يارسول الله ﷺ*
*_सरकार ﷺ रंजीदा हो गए_*
तफ़सीरे आजिज़ी में है के जब हमारे आक़ा ﷺ ने साबिका अम्बियाए किराम की उम्मतों की तवील उम्रों और अपनी उम्मत की कलिल उम्रों को मुलाहजा फ़रमाया तो गम खवारे उम्मत का मुबारक दिल शफ़क़त से भर आया और आप रंजीदा हो गए के मेरे उम्मती अगर खूब खूब नेकिया करे जब भी उन की बराबरी नही कर सकेंगे।
चुनान्चे अल्लाह की रहमत जोश पर आई और उस ने अपने प्यारे हबीब ﷺ को लै-लतुल क़द्र अता फ़रमाई।
*✍🏼तफ़सीरे आजिज़ी 4/434*
*✍🏼फैजाने सुन्नत 1128*
*तमाम मोमिनो के इसले षवाब के लिये*
*___________________________________*
मिट जाये गुनाहो का तसव्वुर ही दुन्या से,
गर होजाए यक़ीन के.....
*अल्लाह सबसे बड़ा है, अल्लाह देख रहा है...*
*___________________________________*
*DEEN-E-NABI ﷺ*
📲JOIN WHATSAPP
📱+91 95580 29197
📧facebook.com/deenenabi
📧Deen-e-nabi.blogspot.in
No comments:
Post a Comment