Pages

Wednesday 28 June 2017

*फरमाने मुस्तफा صلى الله عليه وسلم*
بِسْــــــمِ اللّٰهِ الرَّحْمٰنِ الرَّحِىْمِ
اَلصَّــلٰوةُ وَالسَّلَامُ عَلَيْكَ يَا رَسُوْلَ اللّٰه ﷺ

★ अल्लाह जिस के साथ भलाई का इरादा फ़रमाता है, उस को दीन की समझ अता फ़रमाता है।
*✍🏼सहीह बुखारी*

★ जो शख्स तलबे इल्म में रहता है, अल्लाह उस के रिज़्क़ का ज़ामिन है।
*✍🏼تاريخ بغداد*

★ आलिम का गुनाह एक गुनाह है और जाहिल के लिये दो गुनाह, आलिम पर वबाल सिर्फ गुनाह करने का और जाहिल पर एक अज़ाब गुनाह का और दूसरा (इल्मी दीन) न सिखने का।
*✍🏼الفرق دوس*
*✍🏼الجامع الصغير*

*तमाम मोमिनो के इसले षवाब के लिये*
*___________________________________*
मिट जाये गुनाहो का तसव्वुर ही दुन्या से,
गर होजाए यक़ीन के.....
*अल्लाह सबसे बड़ा है, अल्लाह देख रहा है...*
*___________________________________*
*​DEEN-E-NABI ﷺ*
📲JOIN WHATSAPP
📱+91 95580 29197
📧facebook.com/deenenabi
📧Deen-e-nabi.blogspot.in

No comments:

Post a Comment