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Saturday 17 June 2017

*फैज़ाने लै-लतुल क़द्र* 09
*بِسْــــمِ اللّٰهِ الرَّحْمٰنِ الرَّحِىْمِ*
*الصــلوة والسلام‎ عليك‎ ‎يارسول‎ الله ﷺ*

*_लड़ाई का वबाल_*
     हज़रते उबादा बिन सामित رضي الله تعالي عنه से रिवायत है के हुज़ूर ﷺ हुजरे से बहार तशरीफ़ लाए ताके हम को शबे क़द्र के बारे में बताए (के किस रात में है), दो मुसलमान आपस में जगड़ रहे थे। आप ﷺ ने इरशाद फ़रमाया :
     में इस लिये आया था के तुम्हे शबे क़द्र बताऊ लेकिन फुला फुला शख्स जगड़ रहे थे इस लिये इसका तअय्युन उठा लिया गया। और मुमकिन है के इसी में तुम्हारी बेहतरी हो। अब इसको आखरी अशरे की ताक रातो में ढूंढो।
*✍🏽शाहीह बुखारी 1/663*
*✍🏽फैज़ाने सुन्नत 1141*

*तमाम मोमिनो के इसले षवाब के लिये*
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मिट जाये गुनाहो का तसव्वुर ही दुन्या से,
गर होजाए यक़ीन के.....
*अल्लाह सबसे बड़ा है, अल्लाह देख रहा है...*
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*​DEEN-E-NABI ﷺ*
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