Pages

Monday, 10 April 2017

*वुज़ू का तरीका* #03
*بِسْــــــمِ اللّٰهِ الرَّحْمٰنِ الرَّحِىْمِ*
*اَلصَّــلٰوةُ وَالسَّلَامُ عَلَيْكَ يَا رَسُوْلَ اللّٰه ﷺ*

     फिर पहले सीधा हाथ उंगलियो के सिरे से धोना शुरू करके कहोनियो समेत 3 बार धोइये। इसी तरह उल्टा हाथ भी धो लीजिये। दोनों हाथ आधे बाज़ू तक धोना मुस्तहब है।

     अब चुल्लू भर कर कोहली तक पानी बहाने की हाजत नहीं, बल्कि बगैर इजाज़ते सहीहा ऐसा करना ये पानी का इसराफ है।

     अब नल बंद करके सर का मसह इस तरह कीजिये की, दोनों अंगूठो और कलिमे की उंगलियो को छोड़ कर दोनों हाथ की 3-3 उंगलियो के सिरे एक दूसरे से मिला लीजिये, और पेशानी के बाल या खाल पर रख कर खीचते हुए गुद्दी तक इस तरह ले जाइये की हथेलिया सर से जुदा रहे, फिर गुद्दी से हथेलिया खीचते हुए पेशानी तक ले आइये, कलिमे की उंगलिया और अंगूठे इस दौरान सर पर बिलकुल मस् नहीं होने चाहिए,

     फिर कलिमे की उंगलियो से कानो की अंदरूनी सतह का मसह कीजिये और छुगलिया कानो के सूराखो में दाखिल कीजिये

     और उंगलियो की पुश्त से गर्दन के पिछले हिस्से का मसह कीजिये।
     बाज़ लोग गले का और धुले हुए हाथो का मसह करते है ये सुन्नत नहीं है।
*✍🏽नमाज़ के अहकाम, सफा 10*
*___________________________________*
मिट जाए गुनाहो का तसव्वुर ही दुन्या से,
गर होजाए यक़ीन के.....
*अल्लाह सबसे बड़ा है, अल्लाह देख रहा है...*
*___________________________________*
*​DEEN-E-NABI ﷺ*
💻JOIN WHATSAPP
📲+91 95580 29197
📧facebook.com/deenenabi
📧Deen-e-nabi.blogspot.in

No comments:

Post a Comment