Pages

Thursday 13 April 2017

*वुज़ु के बाद 3 बार सूरए क़द्र पढ़ने के फ़ज़ाइल*
*بِسْــــــمِ اللّٰهِ الرَّحْمٰنِ الرَّحِىْمِ*
*اَلصَّــلٰوةُ وَالسَّلَامُ عَلَيْكَ يَا رَسُوْلَ اللّٰه ﷺ*

     हदिषे मुबारक में है, जो वुज़ु के बाद एक मर्तबा सूरतुल कद्र पढ़े तो वो सिद्दीकीन में से है, जो दो मर्तबा पढ़े तो शु-हदा में शुमार किया जाए, जो तिन मर्तबा पढ़ेगा तो अल्लाह  मैदाने महशर में उसे अपने अम्बिया के साथ रखेगा।

*_वुज़ु के बाद पढ़ने की दुआ_*
   (अव्वल आखिर दुरुद शरीफ)
तर्जुमा : तू पाक है और तेरे लीये ही तमाम खुबिया है में गवाही देता हु के तेरे सिवा कोई माअबूद नहीं, मैं तुज से बख्शीश चाहता हु और तेरी बारगाह में तौबा करता हु।

     जो वुज़ु करने के बाद ये दुआ पढ़े तो उस पर मोहर लगा कर अर्श के निचे रख दिया जाएगा और कियामत के दिन उस पढ़ने वाले को दे दिया जाएगा।
*✍🏽शोएबुल ईमान, जी. 3, स. 21*

*_वुज़ु के बाद ये दुआ भी पढ़ लीजिये_*
तर्जुमा : ऐ अल्लाह मुझे कसरत से तौबा करने वालो में बना दे और मुझे पाकीज़ा रहने वालो में शामिल कर दे।
*✍🏽नमाज़ के अहकाम, स. 12*
*___________________________________*
मिट जाए गुनाहो का तसव्वुर ही दुन्या से,
गर होजाए यक़ीन के.....
*अल्लाह सबसे बड़ा है, अल्लाह देख रहा है...*
*___________________________________*
*​DEEN-E-NABI ﷺ*
💻JOIN WHATSAPP
📲+91 95580 29197
📧facebook.com/deenenabi
📧Deen-e-nabi.blogspot.in

No comments:

Post a Comment